रियाद (एजेसी)। सऊदी अरब से भारत के रिश्ते प्रगाढ़ होने के दौर में हैं। रियाद के दौरे पर गए भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने रविवार को सऊदी अरब के उच्च सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। दोनों पक्षों ने सैन्य सहयोग बढ़ाने और आपसी हितों के कार्यो पर वार्ता की। अतीत में पाकिस्तान को संरक्षण देने वाले सऊदी अरब और यूएई के साथ भारत की सैन्य सहयोग बढ़ाने वाली इस स्तर की वार्ता पहली बार हो रही है।

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और सऊदी अरब की यात्रा पर गए जनरल नरवणे अब सऊदी अरब की राजधानी रियाद में हैं। किसी भारतीय सेना प्रमुख की सऊदी अरब और यूएई की यह पहली यात्रा है। सऊदी अरब इस्लामिक जगत का मुखिया है जबकि यूएई उसका निकट सहयोगी। भारतीय सेना की जनसूचना इकाई के प्रमुख और अतिरिक्त महानिदेशक ने ट्वीट कर बताया है जनरल नरवाने की सऊदी अरब की शाही थलसेना के प्रमुख जनरल फहद बिन अब्दुल्ला मुहम्मद अल-मुतीर से वार्ता हुई है। उससे पहले सऊदी अरब थलसेना के मुख्यालय पहुंचने पर जनरल नरवाने को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सऊदी प्रेस के मुताबिक जनरल नरवाने की शाही सेनाओं के प्रमुख जनरल फैय्याद बिन हामिद अल-रुवाइली से भी मुलाकात हुई है। दोनों शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने आपसी हितों और द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर वार्ता की।

इजरायल के साथ यूएई के संबंधों की बहाली के बाद इस दौरे का महत्व और बढ़ा

इससे पहले जनरल नरवणे ने यूएई में वहां की थलसेना के प्रमुख मेजर जनरल सालेह मुहम्मद सालेह अल आमेरी से द्विपक्षीय सैन्य सहयोग बढ़ाने पर वार्ता की। जनरल नरवाने का यह दौरा भारतीय रक्षा सहयोग का दायरा बढ़ाने के क्रम में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भारत अब क्षेत्रीय शक्ति से ज्यादा बड़ी भूमिका के लिए खुद को तैयार कर रहा है। इजरायल के साथ यूएई के संबंधों की बहाली के बाद इस दौरे का महत्व और बढ़ गया है। माना जा रहा है कि अरब जगत में भारत नई भूमिका में आ सकता है।

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