अहमदाबाद । अहमदाबाद में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव से पहले ही पार्टियों में सियासी हलचल तेज हो गई है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसल्मीन (AIMIM) ने गुजरात में अपने डेब्यू की औपचारिक घोषणा कर दी। एआईएमआईएम ने गुजरात की भारतीय ट्राइबल पार्टी के साथ गठबंधन किया है। 

यह गठबंधन आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशी खड़े करेगा। साथ ही, पार्टी ने गुजरात कांग्रेस के पूर्व विधायक साबिर काबलीवाला को अपना प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। लेकिन अब इस गठबंधन के बाद कांग्रेस में हलचल मच गई है और पार्टी के नेताओं ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है। कांग्रेस विधायक ग्यासुद्दीन शेख ने एआईएमआईएम पर आरोप लगते हुए कहा कि यह भाजपा के इशारे पर गुजरात में आए हैं। 

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष साबिर कबालीवाला ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार ने मुस्लिम, दलित, आदिवासी, गरीब और पिछड़े क्षेत्रों के विकास पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। इसके चलते लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। भाजपा के अलावा कांग्रेस पार्टी भी सत्ता में रहने के बावजूद कमजोर वर्गों के उत्थान में असफल रही। इतना ही नहीं, कांग्रेस तो विपक्ष में रहकर लोगों के मुद्दें तक उठाने में विफल रही है। इसलिए मौजूदा स्थिति को देखते हुए गुजरात के लोगों को एक मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है। 

प्रदेश अध्यक्ष साबिर कबालीवाला ने कहा कि हमारी पार्टी आगामी अहमदाबाद नगर निगम चुनाव में भरूच में कम से कम 15 वार्डों में विधायक छोटे वासवा की बीटीपी पार्टी के साथ गठबंधन में सीट साझा करने के आधार पर चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही पार्टी के प्रमुख ओवैसी की अहमदाबाद और भरूच में रैलियां करने की भी संभावना है।

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