कोरोना की नई लहर से पूरे प्रदेश में पॉज़िटिव मरीज़ों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। ऐसे में स्कूल जाने वाले बच्चे और उनके अभिवावक एक बार फिर स्कूल को लेकर चिंतित हैं क्योंकि उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का रूल फॉलो करना मुश्किल दिखाई दे रहा है।

ऐसे में शहर के आर्यन इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ने वाले 11वीं के साइंस स्टूडेंट ने एक ऐसे स्कूल बैग का निर्माण किया है जो सोशल डिस्टेंसिंग के नियम को मेंटेन करने में सहायक है। इसके अलावा साइंस के छात्र पुष्कर द्वारा बनाया गया यह एंटी कोरोना स्मार्ट बैग बच्चों के गुम हो जाने पर उनकी लोकेशन ट्रेस करने में भी सहायक है।

इस बैग को बनाने वाले क्लास 11 के स्टूडेंट पुष्कर सिंह ने बताया कि कोरोना का दूसरा स्ट्रेन आ चुका है सके बावजूद लोग सोशल डिस्टेंसिंग का रूल फलो नहीं कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना वायरस से बचाव में 2 गज की दूरी मेंटेन करने में स्कूल कैम्पस में एक दूसरे को अलर्ट करने वाले एक बैग का निर्माण अपने अध्यापकों और श्याम चौरसिया के निर्देश में पूरा किया है।

कैसे काम करता हैं ये डिवाइस?

पुष्कर ने बताया कि बैग के आगे व पीछे 2 अल्ट्रासोनिक सेंसर लगाये गये हैं। बैग को पीठ पर टांगते ही बैग के सेंसर एक्टिव हो जाते हैं और आप के आगे पीछे या दाये बाये किसी के 2 मीटर से नजदीक आने पर अलार्म बजने लगता हैं। ये बैग चार्जेबल है। 2 घंटे चार्ज करने पर ये 5 दिनों तक काम करता हैं l इसके साथ इस बैग पे एक बारकोड हैं, जिसमे बच्चों के फॅमिली मेम्बर्स के अड्रेस कॉन्टेक्ट डिटेलस होंगे अक़सर छोटे बच्चें खो जाते हैं। ऐसे में इस बारकोड को स्केन कर पुलिस बच्चे के माता पिता तक पहुँच सकती है l

कैसे बना है ये अनोखा बैग?

पुष्कर ने बताया कि इसे बनाने में ऑर्डिनो, अल्ट्रासोनिक सेंसर, 3.7 वोल्ट बैटरी, अलार्म, पूस स्विच, बार कोड, का इस्तेमाल किया गया हैं l

कालेज के चेयरमैन ने सराहा

बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुऐ छात्र के इस प्रयास को उचित मार्ग दर्शन हेतु आर्यन इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमेन विनीत चोपड़ा ने केन्द्रीय शिक्षा मंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा हैं l आर्यन इंटनेशनल स्कूल के चेयरमेन विनीत चोपड़ा ने बताया हमारे स्कूल के मेकइन इंडिया स्टार्टअप सेल हैं, जहाँ बच्चे विज्ञान के क्षेत्र में देश के लिये कुछ नया व आपदाओं से बचाव हेतु इनोवेशन करते रहते हैं l

फ़िलहाल कोरोना संक्रमण को देखते हुवे स्कूल के बच्चे कोरोना से बचाव के लिए तरह-तरह के उपकरण तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं l

उन्होंने कहा कि बच्चों के इन अविष्कारों से मेक इन इंडिया को और बढ़ावा मिलेगा वहीं देश दुनिया पर आने वाली आपदाओं का सामना करने में बच्चों के अविष्कार व आईडिया से हमारे देश काफ़ी मदद मिल सकती है l वहीं काशी के अविष्कारक श्याम चौरासिया ने भी पुष्कर के इस आविष्कार को सराहा है और केंद्रीय कौशल विकास मंत्री और चंदौली सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय से इस आविष्कार का एक बार डेमो देखने का आग्रह किया है।

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