भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने दावा किया है कि उसकी पिटाई की गई थी और इसके चलते वह बेहोश हो गया था। एंटीगुआ से अपहरण कर डोमिनिका ले जाने की थ्योरी को दोहराते हुए मेहुल चोकसी ने पुलिस में यह शिकायत दर्ज कराई है। एंटीगुआ पुलिस को दी अपनी शिकायत में मेहुल चोकसी ने कहा, ‘8 से 10 लोग आए, जिनका कहना था कि वह एंटीगुआ पुलिस से हैं। उन्होंने मुझे बेरहमती से पिटा और मैं एक तरह से बेहोश हो गया था। उन्होंने मेरा फोन ले लिया। घड़ी ले ली और पर्स भी छीन लिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि हम तुम्हें लूटना नहीं चाहते हैं और मेरे पैसे वापस लौटा दिए।’
यही नहीं मेहुल चोकसी की ओर से इन 8 से 10 लोगों में से कुछ नाम भी दिए गए हैं। इनमें से एक नाम है बारबरा जराबिका और दो अन्य लोग हैं, नरेंद्र सिंह और गुरमीत सिंह। इसके अलावा कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ उसने शिकायत दर्ज कराई है। चोकसी का कहना है कि उसका इन 8 से 10 लोगों ने ही अपहरण किया था। यही नहीं चोकसी ने दावा किया कि उसे अपहरण कर डोमिनिका लाने वाले उन लोगों ने कहा कि उसे यहां भारत के शीर्ष राजनेता से मिलाने के लिए लाया गया है। मेहुल की शिकायत पर एंटीगुआ और बारबूडा पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एंटीगुआ के पीएम गैस्टन ब्राउन ने भी मीडिया से बात करते हुए जांच शुरू किए जाने की पुष्टि की है।
एंटीगुआ न्यूज रूम की रिपोर्ट के मुताबिक ब्राउन ने कहा कि चोकसी के वकीलों ने उसे कथित तौर पर किडनैप करने वाले लोगों के नाम दिए हैं। इसके बाद जांच शुरू की गई है। यही नहीं ब्राउन ने कहा कि यदि मेहुल चोकसी के आरोप सही पाए जाते हैं तो फिर यह गंभीर मामला है। ब्राउन ने कहा कि पुलिस ने चोकसी की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। ब्राउन ने कहा कि चोकसी ने रॉयल पुलिस फोर्स ऑफ एंटीगुआ एंड बारबूडा के समक्ष अपनी शिकायत दी है।
बता दें कि मेहुल चोकसी के परिवार ने भी उसके खुद डोमिनिका भागने की थ्योरी पर सवाल उठाया था। मेहुल चोकसी के परिवार का कहना था कि वह 23 मई की शाम 5 बजे तक एंटीगुआ में ही था। ऐसे में वह कैसे आखिर 5 घंटे में ही 120 मील की दूरी तय कर सकता है। एसोसिएट्स टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इतनी लंबी दूरी करने में 12 से 13 घंटों का वक्त लगता है।