विशेष संवाददाता

नई दिल्ली |भारत में कोरोना वायरस का कहर ढलान पर दिख रहा है। कल प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में जैसा कहा था स्वास्थ्य मंत्रलाय के अधिकारियों के अनुसार देश में कोरोना वैक्सीन आने के बाद सबसे पहले किन-किन लोगों को दिया जाएगा, सरकार इसकी पूरी तैयारी कर चुकी है। पहले चरण में देश में सबसे पहले कोरोना वैक्सीन पाने वाले 3 करोड़ (30 मिलियन) लोग कौन होंगे, सरकार इसका खाका तैयार कर चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक, वैक्सीन उपलब्ध हो जाने पर सबसे पहले कोरोना से जंग लड़ने वाले अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं डॉक्टर्स, हेल्थकेयर स्पेशलिस्ट, पुलिस और सैनिटेशन कर्मचारियों को दिया जाएगा। 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कोरोना वैक्सीन पाने वाले 30 मिलियन में 7 मिलियन डॉक्टर और पैरामेडिक्स शामिल हैं और 20 मिलियन अन्य फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टीका दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश के पास पहले से ही 30 मिलियन आबादी का टीकाकरण करने के लिए बुनियादी ढांचा तैयार। हमारे पास कोल्ड चेन, शीशियां, सीरिंज और सब कुछ है। 

देश में अभी कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध नहीं है और ऐसी संभावना जताई जा रही है कि अगले साल के शुरुआत में वैक्सीन देश में उपलब्ध हो सकती है। यही वजह है कि जनवरी और जून 2021 के बीच टीकाकरण का पहला चरण अस्थायी रूप से निर्धारित किया गया है।

कुछ निजी अस्पतालों ने दावा किया कि उनके पास कोविड-19 वैक्सीन की बड़ी खुराक को स्टोर करने और रख-रखाव करने के लिए बुनियादी ढांचा है, इस पर स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि सरकार निजी संस्थाओं के साथ भी तालमेल बिठा रही है। भूषण ने कहा कि हमारे पास स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के भीतर एक मौजूदा इन्वेंट्री भी है, जिसके बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं है। इसलिए हम अपनी इन्वेंट्री का उपयोग करेंगे।

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