देश के कई राज्यों में कोराना के मामलों में भारी वृद्दि दर्ज की गई. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केन्द्र सरकार के द्वारा भी राज्यों को निर्देश दिए गए हैं. कई राज्य सरकार ने त्यौहारों के मौसम में फिर से संक्रमण की रफ्तार ना पकड़े इसको लेकर सतकर्ता बरतना शुरु कर दिया है. राज्य सरकारें कोरोना से बचाव को लेकर दोबारा से कोविड गाइडलाइन को जारी कर रही है. गौरतलब है कि केरल और महाराष्ट्रा में पिछले कुछ दिनों से लगातार आ रहे हैं कोरोना संक्रमितों की केस ने एक बार फिर से चिंता बढ़ा दी है. आने वाले दिनों में कई त्योहार हैं. ऐसे में कई राज्यों ने सतर्कता बरते हुए दूसरे राज्यों से आने वाले हर यात्रियों के लिए कोविड-19 टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट को साथ लाना अनिवार्य कर दिया है.
महाराष्ट्र में लगातार कोरोना के नए मामले सामने आ रहे है. महाराष्ट्र ने भी कुछ सख्त नियमों को प्रदेश में लागू किया है. इनमें सबसे प्रमुख है दूसरे राज्यों के यात्रियों को महाराष्ट्र में प्रवेश करने से पहले कोविड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है. दूसरे राज्य से आने वाले यात्रियों को आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाना होगा. ये रिपोर्ट सिर्फ महाराष्ट्र में प्रवेश करते समय से 72 घंटे के अंदर की होनी चाहिए.
केरल में पिछले कुछ दिनों से देश के अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक कोरोना संक्रमितों के केस सामने आ रहे हैं. केरल सरकार ने सख्ती से कोविड गाइडलाइन को जारी किया है. केरल की सरकार ने भी प्रदेश में दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए 72 घंटे के अंदर की कोविड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया है.
तमिलनाडु राज्य सरकार ने कोविड गाइडलाइन को प्रदेश में जारी कर केरल से आने वाले यात्रियों के लिए अपने साथ कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया है. इसके साथ ही तमिलनाडु सरकार ने कोविड -19 टीका के दोनों खुराक ली जाने की प्रमाणपत्र को अपने साथ लाना अनिवार्य कर दिया है.
केरल और महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामले से हिमाचल प्रदेश की सरकार भी चिंतित है. हिमाचल प्रदेश में सालभर सैलानियों का आना जाना लगा रहता है. ऐसे में राज्य सरकार ने भी कोरोना गाइडलाइन को प्रदेश में जारी करते हुए दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को कोविड ई-पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य कर दिया है.