वाराणसी। कोविड 19 की दूसरी लहर की वजह से अब घरों का बजट भी बिगड़ने लगा है। वाराणसी में फलों के दाम में लगी आग से अब ऐसे संकेत मिलने लगे हैं कि आने वाले दिनों में आपकी जेब में आग लगने वाली है। वाराणसी में फलों की कीमतों में आग लगी हुई है। यहां पर केला के दाम छोड़कर बाकी सभी फलों की कीमतों में आग लगी हुई है।

फलों की कीमतों में लगी आग

सब्जियों की कीमतों में वैसे ही आए दिन इजाफा हो रहा है लेकिन अब फलों की कीमतों में भी आग लग गई है। वाराणसी के कई इलाकों में फलों के दाम सातवें आसामान पर पहुंच गए है। सेब 180 से लेकर 200 रुपए किलो तक बिक रहा है।

अनार 160 से 180 रुपए किलो, अंगूर 160 रुपए किलो, मालटा 120 रुपए किलो और आम 120 रुपए किलो के भाव से बिक रहा है।

यह फलों को खुदरा दर है। वहीं, गर्मी के दिनों में आने वाला तरबूजा और खरबूजा बाजार में 25 से 60 रुपए किलो तक बिक रहा है।

ऐसा क्या हुआ जो अचानक बढ़ गए दाम

गर्मी का मौसम आते ही फलों की मांग बढ़ गई है और इसकी वजहों से कीमतों में तेजी देखी जा सकती है। कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए लोग ज्‍यादा से ज्‍यादा विटामिन सी से भरपूर फलों और सब्जियों को तरजीह देने लगे हैं। इसके पीछे मेडिकल एक्‍सपर्ट्स की वो सलाह है जिसमें उन्‍होंने विटामिन सी को इम्‍युनिटी बेहतर करने के विकल्‍प के तौर पर बताया था।

इस वजह से ही नींबू, संतरा, मौसंबी की खरीदारी में तेजी आ गई है। नींबू की कीमत जहां बढ़ी हुई है तो संतरा बाजार से गायब हो चुका है। इसकी जगह पर मालटा आ रहा है और इसकी भी कीमत 120 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है।

कोरोना काल में तीन गुना बढ़ा दाम

पहाड़िया के फल कारोबारी गुड्डू सोनकर बताते हैं कि कोरोना संक्रमण के पहले संतरा 25 से 40 रुपए, अनार 80 रुपए, सेब 60 से 100 रुपए, मालटा 40 रुपए, केला 20 रुपए, आम 50 से 60 रुपए किलो की दर पर बिक रहे थे। पिछले दो सालों से फलों के दामों में काफी तेजी देखने को मिल रही है। आने वाले दिनों में भी इनकी कीमतों में कमी होने की कोई संभावना नहीं दिख रही है।

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