विकास यादव

वाराणसी। बकरीद मनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। जिले में बकरों के बाजार भी सजने लगे हैं। कुर्बानी देने के लिए लोग बकरों की खरीदारी कर रहे हैं। वाराणसी के थानों में शांति समिति की बैठकें कर बकरीद को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए सख्त हिदायतें दी जा रही है। अराजकता फैलाने वाले चिन्ह्ति किए जा रहे हैं।

बकरीद आपसी भाईचारे, प्रेम व खुशियों का पर्व है। अन्य वर्षों की भांति इस बार भी इस पर्व को शांतिपूर्ण संपन्न कराने में आप सभी के सहयोग की आवश्यकता है। ये बातें रविवार को थाना परिसर में शांति समिति की बैठक में एसीपी कोतवाली प्रवीण कुमार सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि कोरोना संक्रमण ने हमारे धार्मिक आयोजनों को प्रभावित किया है। अभी भी हमें पूरी तरह से सतर्क रहने की आवश्यकता है। क्योंकि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है।

उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों में भी कोरोना संक्रमण के मामले में वृद्धि देखी जा रही है। ऐसे में आवश्यक है कि बकरीद पर्व के अवसर पर भी लोग पूरी सावधानी रखें तथा कोई भी ऐसे समारोहों का आयोजन न करें जिससे कि कोरोना संक्रमण को सीमित करने के उद्देश्य से जारी सरकार के निर्देशों का उल्लंघन हो। आमजन बकरीद के अवसर पर आयोजित होने वाले सामुहिक आयोजनों को अपने घरों में करें तथा पर्व से जुड़ी हुई मान्यताओं का पालन बिना किसी विशेष आयोजन के कारोना प्रोटोकॉल के अनुरूप करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस जनित महामारी की दूसरी लहर को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा जारी नवीनतम आदेशों का अक्षरशः पालन किया जाना आवश्यक होगा।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जारी नवीनतम आदेशानुसार सभी धार्मिक स्थल आमजनों के लिए बंद रहेंगे तथा इस अवधि के दौरान किसी भी सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी प्रकार के सरकारी अथवा निजी कार्यक्रम आयोजन पर पूर्णतः रोक है। उन्होंने शांति समिति के सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि बकरीद पर्व के अवसर पर इन प्रावधानित शर्तों का शत-प्रतिशत अनुपालन करवाने में प्रशासन को सहयोग करें।

एसीपी कोतवाली प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर रखी जाएगी विशेष नजर। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रूप से बनारस सामाजिक सौहार्द एवं सांप्रदायिक सद्भाव वाला स्थल रहा है। इसके बावजूद असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखने की आवश्यकता है। इस दौरान सोशल मीडिया पर शेयर किए जाने वाले भ्रामक संदेशों तथा अफवाहों से भी सख्ती से निपटने की आवश्यकता है।

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