नई दिल्ली। महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय लोकसभा सदस्य नवनीत राणा और बडनेरा से विधायक व उनके पति रवि राणा का बचाव करते हुए भारतीय जनता पार्टी राज्य की महा विकास आघाड़ी सरकार पर हिंन्दुओं के प्रति घृणा का भाव रखने का आरोप लगाया और सवाल उठाया कि हनुमान चालीसा का पाठ करना कब से राजद्रोह हो गया।

मुंबई पुलिस ने राणा दंपति को कथित रूप से ‘विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता पैदा करने’ के मामले में शनिवार शाम को गिरफ्तार किया था। राणा दंपति ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा की थी। बाद में उन्होंने अपनी योजना को रद्द कर दिया था। हालांकि उनके इस आह्वान ने शिवसेना समर्थकों को आक्रोश से भर दिया था।

राजधानी स्थित भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राणा दंपति का बचाव किया और हनुमान चालीस की कुछ पंक्तियां भी पढ़ीं।

महा विकास आघाड़ी सरकार को ‘‘महा वसूली’’ करार देते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में यदि कोई हनुमान चालीसा का पाठ करता है तो वहां की सरकार उसके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज करती है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में हम गर्व से हनुमान चालीसा पढ़ते हैं। इसका पाठ कब से राजद्रोह हो गया? राज्य सरकार हिंदुओं के प्रति घृणा का भाव रखती है।’’

महाराष्ट्र सरकार में शिव सेना की सहयोगी कांग्रेस पर हमला करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि वर्ष 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस ने वादा किया था कि यदि वह सत्ता में आएगी तो राजद्रोह के कानून को समाप्त कर देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य सरकार का हिस्सा है और आज उसी कानून का इस्तेमाल कर रही है।