आजम खान को लेकर जो चर्चाएं काफी दिनों से चल रही थी उस पर आज पक्की मुहर लग गई है। रविवार सुबह आजम खान से मिलने सीतापुर जेल सपा का एक प्रतिनिधिमंडल पहुंचा था। जिसकी अगुवाई लखनऊ से विधायक और पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा कर रहे थे। आज़म खान से मुलाक़ात के पहले सीतापुर जेल गेट पर पहुंचे रविदास मल्होत्रा ने कहा था कि उन्हें मिलने का समय आजम खान ने दिया है, लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाई।
आजम खान ने सपा नेताओं से मिलने से इंकार कर दिया। जिसके बाद सपा का प्रतिनिधिमंडल बिना आजम के मुलाकात के ही वहां से लौट आया है। जिसके बाद यह तय हो गया है कि आजम खान समाजवादी पार्टी के मुखिया से नाराज चल रहे हैं। क्योकि दो दिन पहले ही शिवपाल यादव ने जेल में आजम खान से मुलाकात की थी। करीब डेढ़ घंटे तक दोनों नेताओं की जेल में चर्चा हुई थी। जिसके बाद आज सपा के नेता उनसे मिलने पहुंचे उन्होंने मिलने से इनकार कर दिया।
आजम खान से मुलाकात नहीं होने के बाद समाजवादी पार्टी के नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा है उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है। जिसकी वजह से मुलाकात नहीं हो सकी। जबकि दो दिन पहले ही आजम और शिवपाल की एक लंबी मुलाकात हुई थी। जिसके बाद अब यह कहा जा सकता है कि आजम खान और अखिलेश यादव के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। क्योंकि आजम के मीडिया प्रभारी ने जिस प्रकार से उनके खिलाफ मोर्चा खोला था। उसे देख कर कहा जा सकता है कि बिना आजम या उनके परिवार की मर्जी के बगैर वह ऐसा नहीं बोल सकते थे।
लेकिन आज के वाकए ने नाराजगी की खबरों को और हवा दे दिया है। आजम खान भले ही अभी समाजवादी पार्टी के विधायक हैं यूपी चुनाव से पहले वह रामपुर के सांसद थे लेकिन चुनाव के बाद अखिलेश यादव और आजम खान ने जीत के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था यहां तक दोनों नेताओं के साथ की बात तो कही जा सकती है लेकिन जिस प्रकार से आज रविदास मेहरोत्रा से उन्होंने मिलने से इनकार कर दिया वह यह है कि उनकी नाराजगी अब जगजाहिर हो चुकी है।
सीतापुर पहुंचने पर रविदास ने कहा था कि वह अखिलेश यादव के भेजने पर आज़म से मिलने आए हैं। उनके साथ सपा के दूसरे नेता भी मौजूद थे। लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाना अब यह एक बड़ा संदेश दे रही है की क्या आजम खान और अखिलेश यादव के रिश्तो में कड़वाहट आ गई है, क्या आजम खान सपा का साथ छोड़ेंगे। क्योंकि जिस प्रकार से शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश और मुलायम सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनकी बीते दिनों जेल में लम्बी बैठक हुई है उससे कहा जा सकता है कि शिवपाल और आजम मिलकर अब कोई बड़ी रणनीति तैयार कर रहे हैं।