नई दिल्‍ली। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी ने कोरोनावायरस संक्रमण के खिलाफ भारत की लड़ाई में मदद करने के लिए अपनी तेल रिफाइनरी से ऑक्‍सीजन सिलेंडर उपलब्‍ध करवाने का काम शुरू किया है। कोरोना वायरस संक्रमण के रोज रिकॉर्ड मामलों की वजह से देश की आर्थिक राजधानी मुंबई एक बार फ‍िर लॉकडाउन का सामना कर रही है। वहीं ऑक्‍सीजन की कमी से मरीजों को उचित उपचार मिलने में दिक्‍कत हो रही है।

ब्‍लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक अंबानी की रिलायंस इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड, जो दुनिया की सबसे बड़ी प्राइवेट रिफाइनिंग कॉम्‍प्‍लेक्‍स का परिचालन करती है, ने जामनगर से महाराष्‍ट्र को मुफ्त में ऑक्‍सीजन की आपूर्ति शुरू की है। कंपनी के एक अधिकारी ने आंतरिक पॉलिसी का हवाला देते हुए नाम न बताने की शर्त पर यह जानकारी दी। महाराष्‍ट्र सरकार के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने भी ट्वीट कर कहा कि महाराष्‍ट्र सरकार को रिलायंस से 100 टन ऑक्‍सीजन गैस उपलब्‍ध कराई जाएगी।

भारत इस समय कोरोना वायरस की दूसरी लहर की चपेट में है और केंद्र व राज्‍य सरकारों की तैयारी पूरी न हो पाने के कारण अस्‍पतालों में मरीजों की संख्‍या लगातार बढ़ रही है और ऑक्‍सीजन की कमी की वजह से संक्रमित मरीज बड़ी संख्‍या में मर रहे हैं। महाराष्‍ट्र में मुंबई इस समय कोरोना का इपिक सेंटर बना हुआ है, जहां मुकेश अंबानी का घर और रिलायंस का मुख्‍यालय भी है।

कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि रिलायंस ने मेडिकल यूज के लिए उचित पाए जाने के बाद अपने पेट्रोलियम कोक गैसीफ‍िकेशन यूनिट से कुछ ऑक्‍सीजन महाराष्‍ट्र सरकार को भेजना शुरू किया है।

दूसरी ओर, सार्वजनिक क्षेत्र की भारत पेट्रोलियम कॉर्प ने अपनी कोचि रिफाइनरी में 20 टन ऑक्‍सीजन गैस का स्‍टॉक तैयार किया है, इसे मेडिकल यूज के लिए बोटलर्स को उपलब्‍ध कराया जाएगा। रिफाइनरियां नाइट्रोजन प्रोडक्‍शन के लिए एयर-सेपरेशन प्‍लांट्स में सीमित मात्रा में इंडस्ट्रियल ऑक्‍सीजन का उत्‍पादन कर सकती हैं। मेडिकल उपयोग में आने वाली ऑक्‍सीजन को अन्‍य गैसों जैसे कार्बन डाइऑक्‍साइज से मुक्‍त कर इसे 99.9 प्रतिशत शुद्ध बनाया जाता है।

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