कई मौकों पर आमने-सामने आने वाले रूस और अमेरिका इन दिनों सहयोगी बन गए हैं। इसका कारण अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की ओर से जारी की गई एक जानकारी। अमेरिका ने रूस को एक जानकारी दी थी जिसके फलस्वरूप वहां आतंकी हमले का खतरा बच गया। इसी का शुक्रिया अदा करने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को फोन कर शुक्रिया कहा।
समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, सोमवार को दोनों नेताओं ने फोन पर अच्छी बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने आने वाले साल में देशों के संबंध पर चर्चा की। व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान के मुताबिक, अमेरिका के द्वारा जो जानकारी साझा की गई थी, उसकी मदद से रूस में एक आतंकी हमले का खतरा टल गया। इसी को लेकर व्लादिमीर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप से बात की थी.
हालांकि, ये जानकारी कैसी थी और आतंकी हमले का खतरा कितना बड़ा था। इसकी जानकारी नहीं दी गई है। व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा कि दोनों राष्ट्रप्रमुखों ने आगे भी इस तरह आतंकी खतरे से साथ में लड़ने की बात कही है। इसके अलावा दोनों नेताओं ने रूस-अमेरिका के बीच आर्म्स डील को लेकर भी बातचीत की ।
खट्टे रहे हैं रूस-अमेरिका के संबंध
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान अमेरिका-रूस के रिश्तों पर कई तरह के सवाल उठे हैं। खासकर रूस का अमेरिकी चुनाव में हाथ होने की बात लेकर डेमोक्रेट्स डोनाल्ड ट्रंप को घेरते रहे हैं। इसके अलावा सीरिया में चल रही खींचतान को लेकर भी रूस-अमेरिका आमने-सामने रहे थे।
हाल ही में अमेरिका द्वारा नॉर्थ कोरिया पर जो प्रतिबंध लगाए गए हैं, उसके खिलाफ चीन ने संयुक्त राष्ट्र में अपील की है। इस अपील में रूस ने भी चीन का साथ दिया है, इस कदम की अमेरिका ने निंदा की थी। हालांकि, दोनों नेताओं की मुलाकात में तय किया गया है कि जल्द ही अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो रूस का दौरा करेंगे।