भाई और उसके दोस्त की पुलिसिया पिटाई के मामले में गुरुवार को पिपराइच विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर शिकायत की। करीब डेढ़ घंटे तक चली मुलाकात में विधायक ने अपने भाई के साथ हुई पुलिस की ज्यादती के बारे में सीएम को जानकारी दी। मुलाकात के बाद बाहर निकले विधायक ने फिलहाल मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी। विधायक ने कहा कि क्षेत्र के विकास से जुड़े मामले में मुख्यमंत्री से मिलने गए थे।
दरअसल कार और एक स्कूटी की टक्कर के बाद शाहपुर पुलिस ने पिपराइच विधायक महेन्द्र पाल सिंह के भाई रमाशंकर सिंह व उनके दोस्त को थाने लाकर पीट दिया था। जिसके बाद तहरीर देकर विधायक ने एसएसपी से शिकायत की थी और थानेदार समेत दोषी पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने की मांग की थी। एसएसपी ने जांच कराकर दरोगा रवि प्रकाश को निलंबित कर दिया था और दरोगा छोटेलाल तथा सिपाही अनिल यादव को लाइनहाजिर कर दिया पर केस नहीं दर्ज हुआ था। विधायक व उनके भाई इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं थे। यही वजह थी कि उन्होंने सीएम से मिलकर शिकायत करने की तैयारी की थी। गुरुवार की दोपहर में मुख्यमंत्री ने विधायक को मिलने का समय दिया था। तय समय पर विधायक महेन्द्र पाल सिंह मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में सिलसिलेवार जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने क्या कहा, विधायक को किस तरह का आश्वासन मिला इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। मुख्यमंत्री से मिलकर बाहर आने के बाद विधायक ने मीडिया को किसी तरह की जानकारी नहीं दी। विधायक ने कहा कि क्षेत्र के विकास से जुड़े मामले में सीएम से मिलने गए थे। वहीं दूसरी तरफ किशोरी की तहरीर पर केस दर्ज होने की भी पूरे दिन चर्चा रही हालांकि किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की। बताया गया कि किशोरी की तहरीर को एसपी सिटी की जांच में शामिल किया गया है। वहीं तीन दिन बाद भी एसपी सिटी की जांच पूरी नहीं हो पाई है।