चीन से पैदा होने वाली कोरोना महामारी ने एक बार फिर वहां अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। कोरोना को ओमक्रॉन वैरिएंट ने बेहद खौफनाफ तरीके से एक बार फिर शंघाई को अपनी जद में ले लिया है।
चीन की कमर्शियल कैपिटल कहे जाने वाले शंघाई में फैले भयानक संक्रमण के कारण लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है क्योंकि वहां पर फूड सप्लाई बाधित हो गई है।
दरअसल चीनी अधिकारियों को लगता है कि अगर शंघाई के लिए फूड सप्लाई जारी रहेगी तो उससे अन्य शहरों में भी ओमक्रॉन के संक्रमित होने का खतरा बढ़ सकता है।
संक्रमण को देखते हुए शंघाई को कड़े लॉकडाउन से गुजरना पड़ रहा है। यही कारण है कि शंघाई की सड़कें पूरी तरह से वीरान हैं। सड़कों पर केवल स्वास्थ्य कर्मियों, स्वास्थ्य स्वयंसेवकों के अलावा उन लोगों को लदम रखने की इजाजत है, जिनके पास इस संबंध में जरूरी पास जारी किये गये हैं।
कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर शंघाई विश्व के अन्य शहरों से अभी काफी पीछे है लेकिन साल 2019 में वुहान से निकले इस भयंकर महामारी के घातक प्रभाव से शंघाई आज तक जूझ रहा है। रविवार को शंघाई में जो रिपोर्ट जारी की गई है, उसके मुताबिक शहर में 1,006 गंभीर संक्रमित मिले हैं, जबकि कम लक्षण वाले मरीजों के संख्या 23,937 थी।
यही कारण है कि चीन शंघाई शहर को अन्य दूसरे शहरों से काटते हुए वहां रहने वाले सभी लोगों का बड़े पैमाने पर कोरोना टेस्ट कर रहा है। यही नहीं सभी संक्रमितों को क्वारंटाइन करके उनका इलाज किया जा रहा है ताकि इस महामारी को जल्द से जल्द दबाया जा सके।
कठोर प्रतिबंध के कारण शंघाई में फूट सप्लाई बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुई है। जानकारी के अनुसार शहर में खाद्य संकट इस कदर बढ़ गया है कि शहर के लगभग-लगभग सभी सुपर मार्केट पर ताला लग चुका है। यही नहीं मेडिकल दवाओं के किल्लत की बात भी सामने आ रही है।
शंघाई से मिल रहे ऑनलाइन वीडियो में देखा जा रहा है कि वहां के रहने वाले निवासी अपने घर के परिसर में सुरक्षाकर्मियों और चिकित्सा कर्मचारियों के साथ संघर्ष कर रहे हैं। वीडियो में दिखाया गया है कि नागरिक सुरक्षाकर्मियों पर गुस्सा हो रहे हैं और उनसे अपने भोजन की जरूरों के बारे में बात कर रहे हैं।