पदम पति शर्मा
(प्रधान सम्पादक)

मार्च निकालते रहो पाकिस्तान । लेकिन इतना याद रखना कि किसी ने भी श्रीनगर जाने की चाहत मे यदि लाइन आफ कंट्रोल पार करने की जुर्रत की उसे चाहे कोई भी हो, मुस्तैद भारतीय फौज भून कर रख देगी।

पिछला पखवारा भारतीय दृष्टिकोण से घटना प्रधान रहा और सारी दुनिया ने इस दौरान भारत और उसके प्रधानमंत्री का सात दिवसीय अमेरिका प्रवास के दौरान जलवा देखा। जिसकी शुरुआत ऊर्जा नगरी ह्यूस्टन के स्टेडियम मे पचास हजार से ज्यादा प्रवासी भारतीय, लगभग पचास अमेरिकी सांसद और आश्चर्यो का आश्चर्य दुनिया के कोतवाल अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की मौजूदगी मे ” हाउडी मोदी” रैली से हुई । इस रैली ने साबित कर दिया कि एक उभरती शक्ति के रूप मे भारत का विश्व मानचित्र पर अभ्युदय हो चुका है।

स्वच्छता अभियान के तहत अभूतपूर्व योगदान के उपलक्ष्य मे मिलिन्डा गेट्स फाउण्डेशन से पुरस्कृत मोदी जी ने ऊर्जा के क्षेत्र मे भी देश मे निवेश के लिहाज से उल्लेखनीय कामयाबी हासिल की। तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्षो से अलग अलग द्विपक्षीय वार्ता की। दौरे का समापन उन्होंने यूएन की असेम्बली मे अपने 17 मिनट के अद्वितीय संबोधन के साथ किया। उन्होंने इस माध्यम से दूनिया को संदेश दिया कि एक विकासशील देश होने के बावजूद भारत ने बीते पांच वर्षों के दौरान आखिरी व्यक्ति के लिए कितना हैरत अंगेज अंशदान किया है।
दूसरी ओर पाकिस्तानी पीएम इमरान 15 मिनट के निर्धारित समय की धज्जिया उड़ाते हुए पचास मिनट तक आधी से ज्यादा खाली हो चुकी असेम्बली मे बकवास करता रहा और कोसता रहा भारत को कि उसने अनुच्छेद 370 हटा कर कश्मीरी आवाम के साथ कितना जुल्म किया। आरएसएस को नाजी संघटन बताते हुए वह लगातार हिन्दू -मुसलमान करता रहा। मोदी जहाँ बात करते है सवा सौ करोड़ देशवासियों की वहीं इमरान खान सवा सौ मुसलमानों को उकसाता रहा। यहाँ तक कि उसने मृतप्राय हो चुके लिट्टे का भी जिक्र कर दिया।

मोदी और ट्रम्प ने जहाँ कट्टर इस्लामिक आतंक के खिलाफ संयुक्त संघर्ष की बात की वहीं इमरान नर संहार और परमाणु युद्ध की निहायत गैर जिम्मेदाराना बात करता रहा यूएन के मंच से।

पाकिस्तान किस कदर अलग थलग पड़ चुका है कि तुर्की के अलावा कोई भी देश हाल फिलहाल उसके साथ नहीं खड़ा है। सऊदी अरब किस कदर इमरान से नाराज हैं वह आप वीडियो मे सुनेगे।

इस समय इमरान भाग कर चीन पहुँचा है मगर वहां भी उसके प्रवक्ता ने यह कहते हुए किनारा कर लिया कि कश्मीर मुद्दा भारत और पाकिस्तान आपस मे बातचीत से सुलझाए।

पिछले मंगलवार को विजयादशमी पर्व के दिन भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की नींद उड़ाने वाला पहला जबरदस्त बमवर्षक विभान राफेल फ्रांस मे विधिवत शस्त्र पूजन के पश्चात प्राप्त किया। यह दिन भारतीय वायुसेना दिवस का भी था।

इस समय मुजफ्फराबाद-श्रीनगर हाइवे पर हजारों को तादात मे लोग एलओसी से नौ किलोमीटर की दूरी पर है । खौफजदा हो चुका है इमरान । देखना है कि अगले कुछ दिन ऊट किस करवट बैठता है। मगर जो हालात हैं उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि 31 अक्टूबर को जहाँ जम्मू कश्मीर के भारत मे समग्र तौर पर शामिल हो जाने से अखंड भारत भाग एक सम्पन्न हो जाएगा और भाग दो यानी पाक अधिकृत कश्मीर को हासिल करने का काम भी पूरा होने मे अब ज्यादा विलम्ब नहीं ।

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