दुनिया की सबसे बड़ी इंस्टेंट मैसेजिंग एप Whatsapp इस समय अपनी प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर यूजर्स के निशाने पर है। दरअसल करोड़ों भारतीय यूजर्स को व्हाट्सएप (Whatsapp) की ओर से एक नोटिफिकेशन भेजा गया है, जिसमें उन्हें सेवा की शर्तों और गोपनीयता नीति में बदलावों को स्वीकार करने के लिए कहा गया है। 8 फरवरी तक ऐसा न करने पर यूजर्स के एकाउंट को हटा दिया जाएगा। व्हाट्सएप का यह नोटिस मिलते ही मानो बवाल मच गया। ट्विटर पर व्हाट्सएप के विरोध के साथ ही यूजर्स टेलिग्राम (Telegram) और सिग्नल (Signal) जैसे दूसरे प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट होने की बात कहते दिखे।
लोगों के इस अचनाक बरपे विरोध से अब व्हाट्सएप बैकफुट पर दिखाई दे रही है। व्हाट्सएप लगातार अपनी प्राइवेसी को लेकर लोगों को आश्वस्त करने की कोशिश कर रही है। कंपनी अपने यूजर्स को समझाने की कोशिश कर रही है कि उसके यूजर्स का डेटा पूरी तरह से सुरक्षित है। इसी क्रम में कंपनी ने 7 स्पष्टीकरण पेश किए हैं, जिसमें बताने का प्रयास किया गया है कि व्हाट्सएप के साथ आपको कोई भी खतरा नहीं है।
व्हाट्सएप के 7 स्पष्टीकरण
- व्हाट्सएप आपके प्राइवेट मैसेज नहीं देख सकता, या फिर आपके कॉल नहीं सुन सकता। इसके साथ ही फेसबुक भी ऐसा नहीं कर सकता।
- कौन किसे व्हाट्सएप पर मैसेज कर रहा है और कौन कॉलिंग कर रहा है, कंपनी इस प्रकार का कोई लॉग तैयार नहीं करती है।
- व्हाट्सएप आपके द्वारा शेयर की गई लोकेशन नहीं देख सकता और न हीं फेसबुक ऐसा कर सकता है।
- व्हाट्सएप आपके कॉन्टेक्ट्स को फेसबुक के साथ कभी भी शेयर नहीं करता है।
- व्हाट्सएप ग्रुप आगे भी पूरी तरह से प्राइवेट रहेंगे।
- आप अपने मैसेज को गायब होने के लिए सेटिंग कर सकते हैं।
- आप अपने डेटा को डाउनलोड कर सकते हैं।
ये है अपडेटेड पॉलिसी
अपडेटेड पॉलिसी में लिखा है कि जब आप हमारी सेवाओं को इंस्टॉल करते हैं या उपयोग करते हैं तो व्हाट्सएप को अपनी सेवाओं को संचालित करने, उपलब्ध कराने, सुधारने, समझने, कस्टमाइज करने, सपोर्ट करने और मार्केटिंग की कुछ जानकारी इकट्ठा करनी होती है। हमारी सेवाओं का उपयोग करने वाले और आपस में बातचीत करने वाले व्यवसायों को अपनी बातचीत की जानकारी हमें देने की जरूरत है।
8 फरवरी से लागू हुई हैं नई शर्तें
व्हाट्सएप की ये नई सेवा शर्तें और गोपनीयता नीति 8 फरवरी से लागू हुई है। मोबाइल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने कहा कि वह अपनी सेवाओं को संचालित करने, उपलब्ध करने, सुधारने, समझने, कस्टमाइज करने, सपोर्ट करने और मार्केटिंग में मदद करने के लिए थर्ड-पार्टी सर्विस प्रोवाइडर और अन्य फेसबुक कंपनियों के साथ काम करता है। इसमें आगे कहा गया है कि ये कंपनियां हमें कुछ खास परिस्थितियों में आपके बारे में जानकारी प्रदान कर सकती हैं। उदाहरण के लिए एप स्टोर हमें सेवा की समस्याओं को समझने और उन्हें ठीक करने में मदद करने के लिए रिपोर्ट प्रदान कर सकते हैं।
मैसेंजर, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को मर्ज करने की योजना
अक्टूबर में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा था कि कंपनी मैसेंजर चैट, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को मर्ज करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। ताकि वे एक तरीके से जुड़े इंटरऑपरेबल सिस्टम की तरह काम करना शुरू कर सकें। जुकरबर्ग ने विश्लेषकों को बताया था, कि यहां और काम करना है। हम निश्चित रूप से व्हाट्सएप को उस इंटरऑपरेबिलिटी में लाना चाहते हैं। इसके अलावा ऐसी और भी विशेषताएं हैं जो हम मैसेंजर, इंस्टाग्राम इंटरऑपरेबिलिटी में भी जोड़ना चाहते हैं।
व्हाट्सएप ने कही ये बात
अपनी नई नीति में व्हाट्सएप ने कहा है कि ‘यदि आप हमारी सेवाओं का उपयोग ऐसी थर्ड-पार्टी सेवाओं या फेसबुक कंपनी के प्रोडक्ट्स के साथ करते हैं, तो हम आपसे उनके बारे में जानकारी ले सकते हैं। उदाहरण के लिए यदि आप न्यूज सर्विस पर व्हाट्सएप शेयर बटन का उपयोग उसे अपने व्हाट्सएप कॉन्टैक्ट्स, ग्रुप्स या ब्रॉडकास्ट लिस्ट के साथ साझा करते हैं, यदि आप मोबाइल कैरियर या डिवाइस प्रोवाइडर के प्रचार के जरिये हमारी सेवाओं का उपयोग करने का विकल्प चुनते हैं।
एप नोटिफिकेशन के बहुत अधिक विवरण नहीं मिले हैं, लेकिन लिंक पर क्लिक करने पर यह बताया गया है कि व्हाट्सएप यूजर्स की जानकारी को मूल कंपनी फेसबुक के साथ आगे बढ़ाने और प्रोसेस करने को लेकर बदलाव किए गए हैं।