लखनऊ । योगी सरकार ने इस कार्यकाल के अपने अंतिम बजट में महिलाओं और किसानों के लिए खजाना खोल दिया है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने यूपी के इतिहास के सबसे बड़े 5.50 लाख करोड़ का बजट पेश करते हुए महिलाओं के लिए 100 करोड़ रुपए की कन्या कुपोषण योजना और दो सौ करोड़ रुपए की महिला सामर्थ्य योजना शुरू करने का ऐलान किया। इसके साथ ही वित्त मंत्री ने किसानों को सस्ते लोन के लिए चार सौ करोड़ रुपए के प्रावधान का भी ऐलान किया।
अगले वर्ष उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र योगी सरकार अपने अंतिम बजट में सभी वर्गों को खुश करने की कोशिश है। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के बीच बजट में किसानों के कई घोषणाएं की गईं। वित्त मंत्री ने राज्य सरकार द्वारा यूपी में कृषि सुविधाओं के विकास के लिए उठाए गए कदमों की विस्तार से जानकारी दी।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि वर्ष 2020 चुनौती से भरा रहा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में योगी सरकार ने अच्छा काम किया। उन्होंने कहा कि 20 लाख मजदूरों को 1-1 लाख की मदद की गई। यूपी में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ। प्रदेश में व्यापार आसान होगा। 2021-2022 का बजट प्रदेश के सम्रग विकास को समपर्ति होगा। इससे पहले सुबह 9 :30 बजे से योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक। इस बैठक में बजट को मंजूरी मिली।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट में कहा कि प्रदेश में बंद पड़ी सभी कताई मिलों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। यूपी में अब बच्चों को निशुल्क कोचिंग दी जा रही है। यूपी में अब सभी पुलिस आवासों का नामकरण स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर रोशन सिंह के नाम पर किया जाएगा। सुरेश खन्ना ने कहा कि इस बार का बजट विकास को समर्पित है। वित्त मंत्री ने कहा कि हमारा फोकस आत्मनिर्भर यूपी पर है, इसी के साथ विकास को बढ़ाया जा रहा है।
कोरोना काल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 40 लाख मजदूरों को हमने कोरोना काल में अलग-अलग प्रदेशों से वापस लाने का काम किया। यूपी में कोरोना वैक्सीन का काम किया जा रहा है। राज्य में टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ाई गई। कोरोना के इलाज के लिए करीब डेढ़ लाख बेड बनाए गए।