बिजली विभाग के कॉलसेंटर 1912 पर शुक्रवार को छह घंटे तक कामकाज पूरी तरह ठप रहा। यहां काम करने वाले कर्मचारियों ने वेतन नहीं मिलने के कारण अपनी नाराजगी जताई और मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। नोडल अधिकारी ने सोमवार तक एक महीने और अगले शुक्रवार तक दूसरे महीने का वेतन देने का आश्वासन देकर किसी तरह काम शुरू कराया। 

भिखारीपुर स्थित मुख्यालय पर बने कॉल सेंटर से छह जोन के 21 जिले जुड़े हैं। यहां बिजली से संबंधित किसी भी समस्या के लिए रोजाना हजारों कॉल आते हैं। औसतन चार सौ से ज्यादा शिकायतें रजिस्टर्ड भी होती हैं। यहां करीब 155 कर्मचारियों की ड्यूटी निजी कंपनी रामा इंफोटेक की तरफ से लगाई गई है। शासन की ओर से रामा इंफोटेक को इनका वेतन जारी किया जाता है। इसके बाद कर्मचारियों को वेतन मिलता है। शासन और कंपनी के बीच चल रहे किसी मामले के कारण कर्मचारियों को लगातार समय से वेतन नहीं मिल रहा है। 

दीपावली से ठीक पहले भी आक्रोश जताने पर किसी तरह सितंबर तक का बकाया वेतन कर्मचारियों को मिला था। उसके बाद फिर वेतन नहीं मिला। इससे आक्रोशित कर्मचारियों ने शुक्रवार की सुबह छह बजे कॉल अटेंड करना बंद कर दिया और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। रितेश श्रीवास्त, दयाशंकर सिंह, संतोष श्रीवास्तव, अखिलेश सिंह अभिषेक पांडेय आदि कर्मचारियों ने बताया कि लंबी ड्यूटी के बाद भी उन्हें केवल 9200 रुपये महीना मिलता है। अगर किसी वजह से छुट्टी ली जाती है तो पैसे काट लिये जाते हैं। तमाम मजबूरियों और बेरोजगारी के कारण इतने कम पैसे में भी गुजारा करने के बाद भी अगर समय से पैसा नहीं मिले तो दिक्कतें बढ़ जाती हैं। 

कर्मचारियों के आक्रोश और काम ठप कर धरना प्रदर्शन की सूचना पर करीब 12 बजे पहुंचे नोडल अधिकारी गंगाधर सिंह के साथ एआईटी व एक्सईएन कर्मचारियों से मुलाकात की। अगले हफ्ते दो किश्तों में बकाया वेतन दिलाने का आश्वासन दिया। कहा कि सोमवार को पहली किश्त और शुक्रवार को दूसरी किश्त दे दी जाएगी। अधिकारियों के आश्वासन पर कर्मचारी करीब छह घंटे बाद काम पर लौटे। 

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