नोएडा। कानपुर में पुलिस कर्मियों की हत्या कर सुर्खियों में आने वाला अपराधी विकास दुबे मुठभेड से बचने की जुगत मे लगा है। जानकारी मिली है कि वह नोएडा की फिल्म सिटी में मीडिया के सामने आत्मसमर्पण कर सकता है। इसके कारण नोएडा फिल्म सिटी के बाहर अचानक से फोर्स की तैनाती कर दी गई है। पुलिस से बचने के लिए वह लगातार जगह बदल रहा है। कानपुर मे आठ पुलिसकर्मियो की हत्या के बाद से वह लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है।
पता चला है कि विकास दुबे नोएडा के पर्थला गोलचक्कर के पास ऑटो में बैठा था। उसनै ऑटो में बैठे एक-दूसरे शख्स से फोन मांगा। युवक ने जब फोन देने से मना कर दिया तो विकास उतर गया। इसके बाद उस युवक ने फेज तीन की कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस युवक से फिलहाल पूछताछ कर रही है। ऑटो के नंबर से खोज जारी है। इधर, डीसीपी सेंट्रल हरीश चंदर का कहना है कि उस ऑटो में विकास था या नही इसकी पुष्टि नही हो सकी है।
इससे पहले मंगलवार को वह फरीदाबाद में देखा गया था जिसके बाद वहां पर पुलिस ने छापेमारी की तो वह भागने में सफल रहा, हालांकि उसका एक साथी पुलिस की पकड़ में आ गया। फिलहाल ऐसी संभावना जताई जा रही है कि वह पुलिस से बचने के लिए मीडिया के सामने आत्मसमर्पण कर सकता है।
इससे पहले गौतमबुद्ध नगर कोर्ट में समर्पण करने की अटकलों की वजह से पुलिस अलर्ट हो गई थी। बुधवार दोपहर अचानक कोर्ट परिसर के अंदर व बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती हुई। पुलिस को आशंका थी कि विकास यहां सरेंडर कर सकता है। इसके कारण पुलिस लोगों के मास्क हटाकर चेहरे देखने में जुट गई ताकि किसी प्रकार से वह रुप बदल कर वह अपने प्लान में कामयाब ना हो पाए।
विकास पर पहले 25 हजार का इनाम था। कानपुर की घटना के बाद पुलिस ने इसके सिर पर इनामी राशि को बढ़ा कर 2.5 लाख रुपये कर दी थी जिसे फिर से बढ़ा कर 5 लाख रुपये कर दिया गया है। वहीं, लखनऊ में एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पत्रकार वार्ता में कहा कि कानपुर की घटना में जो भी शामिल हैं उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिन्होंने भी इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें पछतावा होगा। बता दें कि विकास दुबे के एक साथी अमर दुबे को बुधवार सुबह हमीरपुर जिले में पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। मारे गए अमर दुबे के पास से एक अवैध सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल मिली है।