वाराणसी। पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी कमिश्नरेट बनने के बाद अपराध व अपराधियों पर रोक लगाने के लिए पुलिस विभाग की तैयारी तेजी पर है। जिले के पुलिस कमिश्नर ए.सतीश गणेश ने अपराध पर अंकुश लगाने के लिए शहर में कई पुलिस चौकियों को थाने में तब्दील करने का प्लान बनाया है। इसके अलावा शहर के कई मोहल्लों में पिकेट चौकी बनाने की प्रकिया चल रही है। इसी क्रम में पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी सप्तसागर में नई पुलिस पिकेट बूथ की नींव पड़ते ही क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर व दवा की कालाबाजारी करने वालों में खलबली मची हुई है।

गौरतलब है कि, कोतवाली थाने के हिस्ट्रीशीट रजिस्टर की बात करें तो सबसे ज्यादा हिस्ट्रीशीटर सप्तसागर इलाके में ही है। इसके अलावा दवा की आड़ में नशा का कारोबार भी तेजी से फलफूल रहा है। जिसके कारण आपराधिक गतिविधि बढ़ने की आशंका रहती है। लिहाजा, आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए सप्तसागर क्षेत्र के नगर निगम की खाली जमीन पर पुलिस पिकेट की नींव रखी गई है।

पुलिस पिकेट की नींव पड़ते ही क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर व नशे के सौदागरों ने कुकुरमुत्ते की तरह उगे न्यूज चैनल के नाम पर यूट्यूबरों को पैसे देकर ‘पुलिस पिकेट बनने के विरोध’ की फेक न्यूज चला रहे है। जबकि क्षेत्र के ही मानिंद लोगों के सलाह पर सप्तसागर दवा मंडी में पुलिस पिकेट के बूथ की नींव डाली गई है।

हालांकि, कोतवाली थाने के प्रभारी बृजेश सिंह ने कहा कि सप्तसागर दवा मंडी में पुलिस पिकेट बनने के बाद अपराधियों में पुलिस के प्रति डर रहेगा तो वहीं आम जन में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। जिससे अपराधों पर अंकुश लगेगा और क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रह सकेगी।

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