उत्तराखंड पर फिर से खतरा मंडरा रहा है. 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद अलकनंदा मंदाकिनी आदि नदियां उफान पर हैं. अलकनंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. ऐसे हालात में एक बार फिर ये सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्‍या उत्तराखंड में फिर से तबाही मचेगी. स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने रुद्रप्रयाग और श्रीनगर में नदी किनारे रहने वाल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है.

इलाके में शुक्रवार सुबह से बारिश जारी है. उधर ऋषिकेश में भी गंगा का जलस्तर बढ़ते देखकर प्रशासन सतर्क है. इस बीच मौसम विभाग ने भी अगले 72 घंटों तक नैनीताल, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ आदि जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है. नदियों के उफान पर होने के कारण राज्‍य में बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं.

बारिश के चलते रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. अलकनंदा का जलस्तर 627 मीटर के ऊपर पहुंच गया है जबकि मंदाकिनी का जलस्तर 626 मीटर पर रहा. नदियों के बढ़ते जलस्‍तर को देखकर प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कह दिया है.

पहाड़ों से गिर रहे पत्‍थर और मलबे ने कई रास्‍ते बंद कर दिए हैं. ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे समेत कई रास्‍तों पर आवाजाही बंद रही. इसके वहीं हेलंग-उर्गम सड़क भी जल विद्युत परियोजना हेलंग के पास हुए भूस्खलन से करीब बीस मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे ग्रामीणों की आवाजाही ठप हो गई है. वहीं लगातार बारिश होने के कारण सड़कों को खोलने का काम भी नहीं हो पा रहा है.

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