उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य और पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही हैं. लखनऊ जिला कोर्ट ने मंगलवार को उनके खिलाफ रेप के मामले में केस दर्ज करने का आदेश दिया है. कोर्ट ने 30 जून को दिए गए एक शिकायत पत्र को स्वीकार करते हुए थाना सआदतगंज को मुकदमा दर्ज कर तीन दिन के अंदर मामले की जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा है. वसीम रिजवी पर उनके ड्राइवर की पत्नी ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है.

पीड़िता के मुताबिक, वसीम रिजवी उसके ड्राइवर पति को किसी काम के बहाने बाहर भेजकर यौन शोषण करते थे. महिला ने रिजवी पर अश्लील वीडियो और फोटो के जरिए धमकाने का भी आरोप लगाया है. ये मामला प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सआदतगंज इलाके का है. महिला ने कहा कि जब वह इसे सहन नहीं कर सकी तो उसने आपबीती अपने पति को सुनाई. महिला के पति ने वसीम रिजवी से बात करने की कोशिश की तो उसके साथ भी मारपीट की गई. रेप पीड़िता के पति ने कहा कि आरोपी वसीम पिछले 6 महीने से उसकी पत्नी के साथ दुष्कर्म कर रहा था.

मंगलवार को कोर्ट ने पुलिस से सवाल किया कि महिला की शिकायत के बावजूद अभी तक केस दर्ज क्यों नहीं किया जा सका है. सआदतगंज के थाना प्रभारी बृजेश कुमार यादव ने बताया कि उन्हें कोर्ट के आदेश की जानकारी मिल गई और जल्द ही कार्रवाई होगी. वसीम रिजवी ने कहा कि उसका ड्राइवर उनके प्रतिद्वंद्वियों के साथ साठगांठ कर रहा था और उन्हें जानकारी दे रहा था.

उन्होंने आगे कहा कि अपनी सुरक्षा को देखते हुए मैंने कुछ दिन पहले ड्राइवर को नौकरी से निकाल दिया था, जो घर मैंने उसे दिया था, वह भी खाली हो गया था. अब इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाकर मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि ड्राइवर को रहने के लिए जो घर दिया था उसे भी खाली करवा लिया है. जिसकी कारण विरोधियों के कहने पर उसने अपनी पत्नी से रेप का झूठा आरोप लगवाकर शिकायत दर्ज कराई है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here