वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, जहां उन्होंने 1,583 करोड़ रुपये से अधिक की विकास कार्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में 100 बिस्तरों वाले एमसीएच विंग, गोदौलिया में एक बहु–स्तरीय ‘पार्किंग’, गंगा नदी में पर्यटन के विकास के लिए रो-रो नौकाओं और वाराणसी-गाजीपुर राजमार्ग पर तीन-लेन वाले फ्लाईओवर पुल समेत विभिन्न सार्वजनिक परियोजनाओं एवं कार्यों का उद्घाटन किया। ये लगभग 744 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाएं हैं। प्रधानमंत्री ने लगभग 839 करोड़ रुपये की लागत की कई परियोजनाओं और सार्वजनिक कार्यों की आधारशिला भी रखी।

बीएचयू की जनसभा में पीएम मोदी ने कोरोना की दूसरी लहर में यूपी सरकार के कामों को अभूतपूर्व बताया। उन्‍होंने योगी सरकार की पीठ थपथपाते हुए कहा कि आज यूपी में तेजी से विकास हो रहा है क्‍योंकि सीएम योगी खुद कड़ी मेहनत करते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत माता की जय और हर हर महादेव के साथ अपना संबोधन शुरू किया। उत्तर प्रदेश की लड़ाई को ‘‘अभूतपूर्व’’ करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस के खतरनाक स्वरूप ने पूरी ताकत के साथ हमला किया था लेकिन प्रदेश ने पूरे सामर्थ्य के साथ इतने बड़े संकट का मुकाबला किया। अपने संसदीय क्षेत्र में 1500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने महामारी के खिलाफ काशी क्षेत्र में किए गए प्रयासों की भी जमकर सराहना की।

मुश्किल समय में भी काशी ने दिखा दिया है कि वह रुकती नहीं है और वह थकती भी नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीने पूरी मानव जाति के लिए बहुत मुश्किल भरे रहे हैं और इस दौरान कोरोना वायरस के बदलते हुए और खतरनाक रूप ने पूरी ताकत के साथ हमला किया। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन काशी सहित अपने उत्तर प्रदेश ने पूरे सामर्थ्य के साथ इतने बड़े संकट का मुकाबला किया। देश का सबसे बड़ा प्रदेश जिसकी आबादी दुनिया के दर्जनों बड़े-बड़े देशों से भी ज्यादा होगी, वहां कोरोना की दूसरी लहर को जिस तरह संभाला, उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार कोरोना को फैलने से रोका, वह अभूतपूर्व है।’’

प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान फैलने वाले दिमागी बुखार जैसी बीमारियों का उल्लेख करते हुए लोगों को याद दिलाया कि ‘‘वरना उत्तर प्रदेश के लोगों ने वह दौर भी देखा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहले के दौर में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और इच्छाशक्ति के अभाव में छोटे-छोटे संकट भी उत्तर प्रदेश में विकराल हो जाते थे। यह तो 100 साल में पूरी दुनिया पर आई सबसे बड़ी महामारी है। इसलिए कोरोना से निपटने में उत्तर प्रदेश के प्रयास उल्लेखनीय हैं।’’

कोरोना के खिलाफ काशी प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने दिन-रात कड़ी मेहनत कर यहां स्वास्थ्य की व्यवस्थाएं खड़ी कीं। उन्होंने कहा, ‘‘कठिन समय था लेकिन आपने प्रयासों में कोई कमी नहीं छोड़ी। आप सभी के ऐसे ही कार्यों का नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश कोरोना की सबसे ज्यादा जांच करने वाला राज्य है। आज उत्तर प्रदेश पूरे देश में सबसे ज्यादा टीकाकरण करने वाला राज्य है। सबको टीका और मुफ्त टीका अभियान के माध्यम से गरीब, मध्यमवर्ग, किसान, नौजवान सभी को सरकार द्वारा मुफ्त टीका लगाया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के गांवों में स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना हो या राज्य में अस्पतालों का निर्माण, राज्य में चिकित्सा संसाधन में अभूतपूर्व सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘चार साल पहले तक जहां उत्तर प्रदेश में दर्जनभर मेडिकल कॉलेज हुआ करते थे, उनकी संख्या आज करीब करीब चार गुना हो चुकी है। बहुत सारे चिकित्सा कॉलेजों का निर्माण अपने अलग-अलग चरणों में है। अभी उत्तर प्रदेश में करीब 550 से अधिक ऑक्सीजन संयंत्र बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है।’’

उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन और आईसीयू जैसी सुविधाएं निर्मित करने का जो बीड़ा उत्तर प्रदेश सरकार ने उठाया है वह सराहनीय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी नगरी आज पूर्वांचल का बहुत बड़ा ‘‘मेडिकल हब’’ बन रही है और जिन बीमारियों के इलाज के लिए कभी दिल्ली और मुंबई जाना पड़ता था, उनका इलाज आज काशी में भी उपलब्ध है।

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