बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जिस पार्टी में परिवार ही पार्टी और सरकार हो, उसके प्रमुख अखिलेश यादव का लोकतांत्रिक मूल्यों की दुहाई देना सही नहीं है. स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि कोरोना काल में अपने घरों में बैठकर सोशल मीडिया पर झूठ और भ्रम फैलाकर प्रदेशवासियों को डराने वाले लोग आपदा के समय जनता से दूर रहे. अब जब वे पंचायत चुनावों में भी करारी हार के करीब हैं, तो अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं. साथ ही कहा कि 2014 से अखिलेश वर्क फ्रॉम होम में व्यस्त हैं.
यूपी भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सपा की कार्य संस्कृति अराजकता, राजनीतिक अपराधीकरण और भ्रष्टाचार की रही है. उसके राजनीतिक मूल्यों में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण समाहित है. उन्होंने कहा कि जब कोरोना की विभीषिका थी तब भाजपा कार्यकर्ता जमीन पर आम लोगों की मदद के लिए अपने तन-मन-धन से जुटे थे, तब समाजवादी कार्यकर्ता या उनकी पार्टी के नेता अपने घरों में थे. हमारी सेवा की संस्कृति का ही परिणाम है कि विपक्षी धड़े में सामाजिक दबाव के कारण भगदड़ मची है.
उत्तर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में हार स्वीकार कर ली है और जवाबदेही से बचने के लिए अपने जिलाध्यक्षों पर हार का ठीकरा फोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी 2014 से चुनाव दर चुनाव लगातार हार का सामना कर रही है. इसके बावजूद अखिलेश अभी ‘वर्क फ्रॉम होम’ में ही व्यस्त हैं. बता दें कि समाजवादी पार्टी ने जिला पंचायत चुनाव अध्यक्ष पद के लिए नामांकन न होने पर गोरखपुर, वाराणसी और आगरा समेत 11 जिलों के जिला अध्यक्षों को तत्काल हटा दिया है.