नई दिल्ली (एजेंसी): लीबिया में आतंकियों ने सात भारतीयों का अपहरण कर लिया है।आतंकियों ने उन्हें छोड़ने के लिए 20 हजार डॉलर की फिरौती मांगी है। जिन भारतीयों का अपहरण हुआ है, वे यूपी के कुशीनगर, देवरिया और बिहार के रहने वाले हैं।पीड़ित परिवारों ने जल्द से जल्द उनकी रिहाई की गुहार लगाई है।हालांकि विदेश मंत्रालय का सात भारतीयों को अगवा किए जाने के संबंध में कोई बयान अभी नहीं आया है।

जानकारी के मुताबिक, आतंकवादियों ने कुशीनगर जिले के मुन्ना चौहान सहित सात भारतीयों का अपहरण कर लिया गया है और अपहरणकर्ता लीबिया में उनकी कंपनी से 20 हजार डॉलर की फिरौती मांग रहे हैं। कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत गढ़िया बसंतपुर गांव का रहने वाला मुन्ना चौहान सितंबर 2019 में दिल्ली स्थित एनडी एंटरप्राइजेज ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से आयरन वेल्डर के रूप में लीबिया गया था। उसका वीजा 13 सितंबर, 2020 को समाप्त हो गया था, उसे वापस लौटना था, लेकिन इससे पहले ही मुन्ना सहित सात भारतीयों को अगवा कर लिया गया।

कंपनी फिरौती देने को तैयार

मुन्ना के रिश्तेदर लल्लन प्रसाद ने बताया कि 13 सितंबर को मुन्ना ने कुशीनगर में अपने परिवार से फोन पर बात की थी और बताया था कि वह 17 सितंबर को लीबिया से दिल्ली के लिए उड़ान भरेगा। इसके बाद परिवार का उससे कोई संपर्क नहीं हुआ। 27 सितंबर को जब लल्लन प्रसाद दिल्ली स्थिति ट्रेवल एजेंसी पहुंचा, तो पता चला कि मुन्ना सहित सात भारतीयों को आतंकियों ने लीबिया में अगवा कर लिया है। लल्लन के मुताबिक, ट्रेवल एजेंसी ने बताया कि कंपनी आतंकियों को फिरौती की रकम देने के लिए तैयार है।

लल्लन ने दिल्ली के प्रसादपुर पुलिस स्टेशन में ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज करवाई है और मुन्ना चौहान सहित सभी श्रमिकों की रिहाई के लिए विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है। मुन्ना अपने परिवार का अकेला कमाने वाला है।उसके परिवार में बूढ़ी मां चंद्रवती, पत्नी संजू, 13 साल की बेटी रानी, 8 साल का बेटा विश्वजीत उर्फ करण और चार साल का सर्वेश है। उसके पिता राम बचन का 10 साल पहले निधन हो गया था।वहीं, कुशीनगर एसपी विनोद सिंह ने कहा कि  लीबिया में कुशीनगर के एक व्यक्ति के अपहरण का मामला हमारे संज्ञान में आया है,  पुलिस परिवार के संपर्क में है।