• शिवपुर के भगतपुर स्थित ललित के घर से लेकर जनपद में जगह-जगह मनाया गया जश्न
  • शहर में घाट से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं ने विजय जुलूस निकालकर भारत मां के जयकारे लगाये

वाराणसी। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम की ऐतिहासिक जीत का जश्न पूरे देश के साथ ही काशी में भी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। टीम के सदस्य ललित उपाध्याय के घर से लेकर जनपद के अलग-अलग हिस्सों में युवाओं ने तिरंगा लहराकर तो कहीं विजय जुलूस निकालकर जीत की खुशियां मनाईं। बता दें कि टीम ने जर्मनी को रोमांचक मुकाबले में 5-4 से हराकर कांस्य पदक जीता।

गुरुवार सुबह मैच देखने के लिए लोग टीवी टकटकी लगाये रहे। जैसे ही आखिरी मिनटों में जीत का गोल दगा, सभी खुशी में उछल पड़े। खिलाड़ियों से लेकर हर वर्ग की जबान पर इस जीत के ही चर्चे रहे। सोशल मीडिया पर लोगों ने ललित उपाध्याय की तस्वीरें शेयर कर उल्लास मनाया। घाटों पर, विश्वविद्यालयों और खेल मैदानों में खिलाड़ी बैंड बाजे की धुन पर थिरके। उधर ललित उपाध्याय के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने ललित के पिता सतीश उपाध्याय से बात की। बधाई दी। उधर शिवपुर थाना प्रभारी समेत अन्य अधिकारी घर पहुंचे।

मां बोली- बेटे की बदौलत अपार खुशियां मिलीं

घर पर मां रीता के चेहरे की खुशी देखते बनती थी। बोलीं- बेटे ने उन्हें अपार खुशियां दे दी है। पिता सतीश उपाध्याय से लेकर परिवार के हर सदस्य को जीत और ललित पर नाज था। कोच रहे परमानंद मिश्रा ने कहा कि इससे बड़ी गुरु दक्षिणा नहीं हो सकती। यह उनके लिए बहुत बड़ी बात है। पहली बार उनकी ओर से सिखाए किसी खिलाड़ी के टीम में रहते ओलंपिक मेडल मिला।

ललित का टोक्यो तक का सफर

ललित ने साल 2003 से यूपी कॉलेज के मैदान से हॉकी का ककहरा सीखना शुरू किया। साल 2014 और 2018 के हॉकी विश्वकप में हिस्सा लिया था। इसके अलावा 2014 और 2016 में चैंपियंस ट्राफी में भी देश का प्रतिनिधित्व किया। टीम ने सिल्वर मेडल जीता था। 2016 और 2018 में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में टीम के साथ देश के लिए दो गोल्ड मेडल जीते। कुछ माह पहले अर्जेंटीना में प्रो-लीग में जीत हासिल की थी।

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