प्राचीन होली मिलन समारोह का होगा आयोजन
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए निकलेगी बारात
वाराणसी। अलमस्ती और फक्कड़पन के शहर बनारस में होली की मस्ती अपने ख़ुमार पर है। ऐसे में विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी ‘प्राचीन होली मिलन समारोह एवं बारात’ का आयोजन होली के दिन दोपहर 2 बजे से किया जाएगा। इस बारात में विभिन्न प्रकार के लाग विमान, शहनाई, हाथी, घोड़ा, ऊँट सहित अन्य प्रकार के सांस्कृति कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया जायेगा। साथ ही क्षेत्र की बेटियों द्वारा जागरूकता संदेश भी दिया जाएगा।
दोपहर दो बजे निकलेगी बारात
पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार रथयात्रा स्थित गंगामहासभा के कार्यालय पर होली बारात कार्यक्रम के संदर्भ में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आयोजन समिति ने कहा कि काशी की सांस्कृतिक परम्परा के निर्वहन क्रम में विगत वर्षों की भाँति प्राचीन होली मिलन समारोह एवं बारात का आयोजन होली के दिन दोपहर 2 बजे से आयोजित है।
जागरूकता सन्देश भी दिया जायेगा
इस बारात में विभिन्न प्रकार के लाग विमान, शहनाई, हाथी, घोड़ा, ऊँट सहित अन्य प्रकार के सांस्कृति कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया जायेगा। क्षेत्र की बेटियों द्वारा शिक्षा, पर्यावरण, महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व अन्य जागरूकता के संदेश देने वाला पोस्टर का प्रदर्शन किया जाएगा।
काशी की अनूठी परम्परा की नज़ीर
यह बारात विगत 48 सालों से अनवरत काशी की गंगा जमुनी तहजीब का मजबूत उदाहरण है। आयोजन समिति ने इस बारात का हिस्सा बने और अपनी सांस्कृतिक परम्पराओं को सुरक्षित रखने के लिए काशी की जनता का आह्वान किया।
मानकों का होगा पालन
आयोजन समिति ने बताया कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हजारों की संख्या में शामिल काशीवासी उपरोक्त कार्यक्रम में मास्क, सैनिटाइजर एवं गुलाब की पंखुड़ियों का प्रयोग करेंगे। सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रुप से पालन करते हुए यह बारात निकलेगी।
आयोजन समिति ने बताया कि होली बारात का मार्ग जीवधीपुर स्थित स्वर्गीय मेवालाल यादव के आवास से उठकर बारात शंकुलधारा, मदरहाँ बीर बाबा मार्ग होते हुए किरहिया चौराहे से जीवधीपुर, बजरडीहा, देवपोखरी श्री हनुमान मंदिर पर पहुंच कर प्रसाद वितरण के साथ समाप्त होगा। कार्यक्रम का आयोजन जीवधीपुर नवयुवक मंगल दल व सम्मानित क्षेत्रीय नागरिकों द्वारा किया जाएगा।