अगले साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं और सभी पार्टियां अपना चुनावी ससमीकरण बनाने में लगी हुई हैं। इसी बीच गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) गुट के रोशन गिरि भाजपा पर हमला करते हुए टीएमसी को समर्थन देने की बात कही है। उन्होंने रविवार को कहा कि वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को वापस लेकर आएंगे। उनका कहना था कि ममता भाजपा से अलग हैं और वो अपने वादे पूरा करती हैं। रोशन गिरी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने 2009 से 2020 तक गुट को धोखा दिया और अपने किसी भी वादे पर खरा नहीं उतरी।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रोशन गिरि ने कहा, “हमने बीजेपी को हराने का फैसला किया है जिसने हमें धोखा दिया है। उन्होंने 2009 से 2020 तक हमारी किसी भी मांग को पूरा नहीं किया। हम उत्तर बंगाल में ममता बनर्जी का समर्थन करेंगे। हम उन्हें तीसरी बार सीएम के रूप में देखना चाहते हैं। वह अपने वादे पूरा करती हैं।”
दार्जिलिंग क्षेत्र में एक रैली के दौरान, गिरि ने कहा कि भाजपा की सरकारों ने लगातार तीन लोकसभा चुनावों से पहले गोरखाओं को आश्वासन दिया था कि पहाड़ियों में राजनीतिक संकट हल हो जाएगा, लेकिन कुछ भी नहीं किया गया। उन्होंने कहा, “वास्तव में वे एक स्थायी राजनीतिक समाधान खोजने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं रखते हैं।”
उन्होंने कहा, “गोरखाओं के आने पर केंद्र त्रिपक्षीय वार्ता को एक पूर्वापेक्षा क्यों बनाता है? तेलंगाना, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड के निर्माण के लिए त्रिपक्षीय वार्ता की आवश्यकता नहीं थी। वे कहते हैं कि भाजपा के कारण गोरखाओं को 15 साल का नुकसान हुआ। अक्टूबर में गोरखा नेता बिमल गुरुंग के नेतृत्व वाले जीजेएम ने एनडीए छोड़ दिया और टीएमसी के साथ गठबंधन कर लिया, उन्होंने कहा कि भाजपा पहाड़ियों के लिए “एक स्थायी समाधान खोजने में विफल रही”
गिरी ने यह भी स्पष्ट किया कि जीजेएम ने गोरखालैंड के लिए अपनी मांग नहीं छोड़ रहा है और 2024 के लोकसभा चुनावों में उस पार्टी को समर्थन देगा, जो अलग राज्य की हमारी मांग को मानेगा। उन्होंने बिनॉय तमांग गुट के साथ किसी भी सुलह से इनकार करते हुए दावा किया कि गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन के चेयरमैन अनित थापा और जीजेएम नेता बिनॉय तमांग का पहाड़ियों में कोई आधार नहीं है। गिरी ने उन पर वित्तीय गड़बड़ियों में शामिल होने का आरोप लगाया