कोरोना वायरस के देश में तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच केंद्र सरकार ने पहली बार वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर चिंता जताई है। केंद्र ने माना है कि देश में नए स्ट्रेन यानी ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में मिले वैरिएंट से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है और यह चिंता की बात है। इससे पहले खबर आई थी कि पंजाब में जो रैंडम सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे उनमें से 81 फीसदी में ब्रिटेन वाला स्ट्रेन मिला है। इससे माना जा रहा है कि पंजाब में तेजी से फैल रहे केसेज के पीछे नया स्ट्रेन ही वजह है। केंद्र के लिए यह चिंता की बात इसलिए भी है क्योंकि पंजाब के अलावा दूसरे राज्यों में भी नए स्ट्रेन के मामले मिल रहे हैं।

खबर है कि महाराष्ट्र में बिल्कुल अलग वैरिएंट मिला है। वहां भी रैंडम सैंपल में 15 से 20 फीसदी मामले नए स्ट्रेन के हैं। राज्यों में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच केंद्र सरकार ने राज्यों को चिट्ठी लिख कर चिंता जताई है। केंद्र सरकार ने राज्यों से आने वाले त्योहारों को लेकर सतर्कता बरतने को कहा है और साथ ही कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने की हिदायत भी दी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 19 मार्च के बाद से पांच दिन में नए वैरिएंट के करीब चार सौ केस आए हैं। पूरे देश में नए वैरिएंट के केसेज की संख्या आठ सौ के करीब पहुंच गई है। पिछले पांच दिन में अकेले पंजाब में सवा तीन सौ के करीब केस नए स्ट्रेन वाले मिले हैं। देश में नए वैरिएंट वाले केसेज में 736 मामले ब्रिटेन में मिले स्ट्रेन के हैं। यह स्ट्रेन पिछले साल के अंत में ब्रिटेन में मिला था। पिछले दिनों पंजाब में 411 सैंपल की जांच की गई थी, जिसमें से 81 फीसदी सैंपल ब्रिटेन वाले स्ट्रेन के मिले।

कोरोना वायरस के जानकारों का मानना है कि ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीकी और ब्राजील का स्‍ट्रेन अधिक संक्रामक है और इनमें से सभी स्ट्रेन में, पहले वायरस से संक्रमित हो चुके लोगों को फिर से संक्रमित करने की क्षमता है।

इस बीच खबर है कि महाराष्ट्र में कोरोना का बिल्कुल अलग वैरिएंट मिला है। वहां 15 से 20 फीसदी सैंपल में नए स्ट्रेन के केस मिले हैं। केंद्र सरकार ने बताया कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन 18 राज्यों में पाया गया है।

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