वाराणसी के कैंट थाने में मामला दर्ज

वाराणसी। बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि किसी पर भी आँख बंद करके विश्वास करना महंगा साबित हो सकता है और ऐसा ही कुछ हुआ आजमगढ़ के संत स्वभाव वाले संतलाल के साथ जिन्होंने एक शातिर डॉक्टर को मशीन के नाम पर तक़रीबन ढाई लाख रुपये दे दिए और वो दगाबाज डॉक्टर अब पैसे लेकर रफूचक्कर हो चुका है।

लेने चले थे मशीन अब सुनने पड़ रहे हैं जातिसूचक शब्द

कंप्लीट ब्लड काउंट मशीन की बिक्री के नाम पर करीब दो लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में कैंट पुलिस ने एक चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। धोखाधड़ी के अलावा चिकित्सक के खिलाफ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए रुपये न देने और जान से मारने की धमकी देने का भी मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले को लेकर आजगमगढ़ के निवासी संतलाल की और से साल 2019 में तहरीर दी गई थी।

तीन लाख की मशीन को ढाई लाख में दिलाने का किया था वादा

बताया जा रहा है कि साल 2019 में वाराणसी आते जाते उनकी डॉक्टर सुशील चौरसिया नाम के व्यक्ति से मुलाकात हुई थी। वह डॉक्टर उन्हें लंका स्थित एक निजी अस्पताल में ले गया और पैथालॉजी के लिए सीबीसी मशीन लेने की सलाह दी। यूं तो मशीन के दाम डॉक्टर ने तीन लाख रुपए बताए, लेकिन सौदा ढाई लाख रुपए में तय हो गया। 2019 में शख्स ने मशीन के लिए करीब दो लाख रुपए एडवांस भी दे दिये थे। इसके बाद बाकी बचे 50 हजार रुपए चेक के जरिए दिये।

हॉस्पिटल ने झाड़ा पल्ला, मोबाइल भी हुआ बन्द

पीड़ित का कहना है कि भुगतान के बाद भी उसे मशीन नहीं मिली, जिसपर उसने डॉक्टर से बात करने का प्रयास किया। लेकिन डॉक्टर का मोबाइल बंद मिला। ऐसे में जब पीड़ित ने लंका स्थित अस्पताल में डॉक्टर के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि उस नाम का कोई भी डॉक्टर वहां नहीं है। वहीं, डॉक्टर के नाम का एक मोबाइल नंबर मिला, जिसपर पीड़ित ने बात करने की कोशिश की। लेकिन डॉक्टर चौरसिया ने पीड़ित को जान से मारने की धमकी दी, साथ ही जाति सूचक शब्दों का भी प्रयोग किया। उसने पीड़ित से कहा कि वह पैसे भूल जाए।

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