पंजाब के संगरूर के एक गुरुद्वारे में एक जून को सैकड़ों लोगों को प्रसाद बांटने वाले एक कोरोना पॉजिटिव ग्रंथी की लापरवाही ने स्वास्थ्य अधिकारियों को असमंजस में डाल दिया है. प्रसाद प्राप्त करने वाले कुछ प्रमुख लोगों में पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला और संगरूर के पूर्व विधायक प्रकाश चंद गर्ग भी शामिल हैं. शख्स ने 31 मई को अपना सैंपल टेस्ट के लिए दिया था और एक जून को शाम में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी.

स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से चूक की पुष्टि करते हुए, शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को वायरस के प्रसार पर लगाम लगाने के लिए गांव में एक कोविड-परीक्षण अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि ग्रंथी कोरोना पॉजिटिव था और उसने 31 मई को कोविड परीक्षण के लिए नमूने दिये थे.

ग्रंथी ने गांव के गुरुद्वारे में प्रदर्शन करने वाले किसान प्रदर्शनकारी करमजीत सिंह के लिए प्रार्थना करने के लिए एकत्र हुए लोगों को प्रसाद वितरित किया, जिनकी हाल ही में नयी दिल्ली में मृत्यु हो गई थी. गुरुद्वारा के उपदेशक ने कहा कि जिस शख्स ने एक जून को प्रसाद वितरित किया. शाम को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. उनकी पत्नी की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव है.

इस बीच, स्वास्थ्य विभाग की ओर से एकत्र किये गये 30 ग्रामीणों के नमूने कोरोना जांच में पॉजिटिव पाये गये हैं. प्रसार की जांच के लिए अब और नमूने एकत्र किए जा रहे हैं. इस मण्डली में भाग लेने वाले लोगों की सही संख्या ज्ञात नहीं है. पंजाब में कुल कोरोना पॉजिटिव मामलों के 60 फीसदी से अधिक मामले ग्रामीण क्षेत्रों से सामने आये हैं. जहां कोविड-19 की मृत्यु दर शहरी क्षेत्रों की तुलना में तीन गुना अधिक है.

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