जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों ने आतंकियों के नाक में दम कर रखा है। कठोर कार्रवाई की बदौलत कई बड़े आतंकियों को अब तक सुरक्षा बलों और राज्य की पुलिस ने मिलकर मौत की नींद सुला दिया है। इतना ही नहीं कई आतंकियों को जिंदा दबोच कर सुरक्षा बलों ने बड़ी साजिश को नाकाम भी किया है। जम्मू कश्मीर में आतंकियों पर हो रही कार्रवाई को लेकर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि रोज आतंकियों को मार कर केंद्र सरकार जश्न मना रही है। पीडीपी अध्यक्ष ने ने शनिवार को आरोप लगाया कि यहां पुलिस, पीडीपी की युवा ईकाई की मीटिंग अनंतनाग में नहीं होने दे रही। महबूबा मुफ्ती ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस यूथ विंग के सदस्यों से झगड़ा कर रही है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र सरकार सभी कश्मीरियों की ब्रांडिंग हिंसा करने वाले शैतान के रूप में कर रही है।
ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए महबूबा मुफ्ती ने लिखा कि ‘पीडीपी की युवा इकाई को आज बिजबेहारा में बैठक करने की अनुमति नहीं मिली। मुफ्ती साहब की मजार के पास लगे दरवाजों को ब्लॉक कर दिया गया और कंटीली तारों से घेर दिया गया। क्या जम्मू कश्मीर पुलिस यह बता सकती है कि इन लोगों से वो क्यों झगड़ा कर रही है? ‘महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि पीडीपी यूथ विंग को बैठक ना करने देना भारत सरकार की रणनीति का हिस्सा है। वो यह नहीं चाहती है कि कश्मीरी युवा राजनीति में हिस्सा लें। पीडीपी प्रमुख ने आगे कहा कि ‘हर रोज हो रहे एनकाउंटर में आतंकवादी मारे जा रहे हैं और यह केंद्र सरकार के लिए जश्न का जरिया बन गया है। लेकिन पीडीपी हिंसा में विश्वास नहीं रखती है।’
महबूबा ने कहा कि ‘हम शांति और राजनीति के जरिए अपनी लड़ाई लड़ना चाहते हैं। हम हिंसा में विश्वास नहीं करते हैं। हम राजनीतिक कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित करने में विश्वास नहीं करते।’ बता दें कि बैठक की इजाजत ना मिले पर युवा ईकाई के सदस्यों ने प्रदर्शन भी किया है।