अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के दूसरे चरण की शुरुआत दिसंबर में होगी और इस दौरान मंदिर का ढांचा खड़ा करने के लिए पत्थर लगाने का कार्य किया जाएगा। मंदिर के ट्रस्ट ने सोमवार को यह जानकारी दी। राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक, नींव भरने का कार्य अक्टूबर के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा और दिसंबर से निर्माण के दूसरे चरण की शुरुआत की जाएगी, जिसमें भव्य मंदिर का ढांचा तैयार करने के लिए पत्थर लगाने का कार्य किया जाएगा।
राम मंदिर ट्रस्ट के न्यासी अनिल मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”दिसंबर में मिर्जापुर के गुलाबी पत्थरों को लगाने का कार्य शुरू किया जाएगा और गुलाबी पत्थरों के लिए ऑर्डर दिया जा चुका है। राम जन्मभूमि में ही इन पत्थरों को काटने एवं तराशने का कार्य किया जाएगा।” उन्होंने कहा कि 400 फुट लंबाई एवं 300 फुट चौड़ाई वाली 50 फुट गहरी नींव में निर्माण सामग्री के 10 इंच मोटाई वाले मिश्रण की 50 परतें बिछायी जाएंगी।
सरकार ने मस्जिद के निर्माण में योगदान देने वालों को कर में छूट दी है। उच्चतम न्यायालय ने बाबरी मस्जिद-रामजन्मभूमि विवाद मामले में मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन आवंटित की थी। परियोजना की देखरेख करने वाले ट्रस्ट, इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (आईआईसीएफ) के सबसे पहले इसके लिए आवेदन करने के नौ महीने बाद यह निर्णय लिया गया।
फाउंडेशन के अध्यक्ष जफर फारूकी ने कहा कि उन्होंने पिछले साल एक सितंबर को आयकर अधिनियम की धारा 80 जी के तहत कर छूट के लिए आवेदन किया था और आवेदन 21 जनवरी को खारिज कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने तीन फरवरी को फिर से आवेदन किया और 10 मार्च तक सवालों के जवाब दिए।
पिछले साल अयोध्या में राम मंदिर के लिए भी इसी तरह की छूट दी गई थी। ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने कहा कि उन्हें शुक्रवार को इसे मंजूरी देने वाला प्रमाण पत्र मिला है। हुसैन ने कहा, ‘‘अब तक 20 लाख रुपये मिल चुके हैं। हमने दान के लिए कोई अभियान शुरू नहीं किया है। सभी शुभचिंतकों ने स्वेच्छा से दान दिया है।’’