देश में सर्दी का मौसम धीरे- धीरे अपने परवान चढ़ता जा रहा है , कहीं बर्फ़बारी तो कहीं शीतलहरी , कहीं धुंध तो कहीं कुहासा की खबर है |
मैदानी इलाकों में भीषण ठंड का प्रकोप जारी है। पूरा उत्तर भारत इस समय ठंड से ठिठुर रहा है। कहीं पारा शून्य के करीब है तो कहीं शून्य से भी नीचे। इस बीच मौसम विभाग का कहना है कि आगामी एक हफ्ते तक मैदानी इलाकों में शीतलहर जारी रहेगी। मौसम विभाग का यह भी कहना है कि 17-24 दिसंबर और 24-30 दिसंबर वाले सप्ताह में उत्तर-पूर्वी, मध्य और पूर्वी भारत के ज्यादातर हिस्सों में न्यूनतम तापमान और भी कम हो सकता है।

पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में पिछले सप्‍ताह के शुरुआत में बारिश, हिमपात, गरज के साथ तेज बारिश हुई और इससे लगते उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में भी कहीं-कहीं पर छिटपुट बारिश या गरज के साथ हल्‍की बारिश हुई। वहीं इस सप्‍ताह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी छिटपुट से लेकर तेज और गरज के साथ बारिश हुई। इसके अलावा दक्षिण उप द्वीप और लक्षद्वीप द्वीप समूह में भी कहीं-कहीं छिटपुट तो कहीं-कहीं सामान्‍य बारिश और गरज के साथ बारिश हुई। बता दें देश के मध्य भागों में हवा और गर्त के संयोग के कारण मध्य भारत में पिछले सप्ताह लंबी अवधि औसत यानी एलपीए की तुलना में 112 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई।

अगले दो सप्ताह का मौसम पूर्वानुमान

पहले सप्‍ताह 17 से 23 दिसंबर और दूसरे सप्‍ताह 24 से 30 दिसंबर के दौरान मौसम पुर्वानुमान में खास है कि पूर्वी लहर के कारण अगले तीन दिनों के दौरान तमिलनाडु, पुदुचेरी, कराईकल, केरल, माहे और लक्षद्वीप में भारी बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। वहीं 17 दिसंबर को तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने और 18 और 19 दिसंबर को केरल और माहे में कहीं-कहीं पर भारी बारिश होने व 19 और 20 दिसंबर को लक्षद्वीप में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है। नये तेज पश्चिमी विक्षोभ से 20 और 21 दिसंबर को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की बारिश और हिमपात होने की संभावना है। इस सप्ताह के दौरान देश के शेष भागों में खास वर्षा होने की संभावना नहीं है। पहले सप्‍ताह के दौरान दक्षिण उपद्वीप में संचयी रूप से सामान्‍य से अधिक तथा पश्चिम हिमालयी क्षेत्र में सामान्‍य से कम बारिश होने हिमपात होने की संभावना है।

पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में सामान्य बारिश और हिमपात की संभावना

सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ न होने, ताजी पूर्वी लहर के प्रभाव के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में सामान्य बारिश और हिमपात होने की संभावना है। दक्षिणी उपद्वीप में सामान्य बारिश हो सकती है।

इन इलाकों में छाएगा कोहरा और गिरेगा तापमान

उत्‍तर-पश्चिम भारत के अधिकांश भागों में न्‍यूनतम तापमान दो डिग्री से छह डिग्री सेल्सियस रहेगा। यह तापमान जम्‍मू-कश्‍मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग स्‍थानों में सामान्‍य से कम (-5 डिग्री सेल्सियस या उससे कम) रहेगा, जबकि पश्चिम राजस्‍थान, पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश के कुछ स्‍थानों तथा पूर्वी राजस्‍थान, पूर्वी उत्‍तर प्रदेश, सौराष्‍ट्र और कच्‍छ, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्‍ली के कुछ स्‍थानों पर तापमान सामान्‍य से कम (-3.1 डिग्री सेल्सियस से -5.0 डिग्री सेल्सियस) रहेगा। इसके अलावा पंजाब और उत्तराखंड के कुछ स्थानों पर तापमान सामान्य से कम (-1.6 सेल्सियससे -3.0 सेल्सियस) रहेगा।

इन जगहों पर कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं

अगले 2 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं होगा और बाद के 3 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान में 5 से 6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी। पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की कमी तथा पहले सप्ताह के पहले कुछ दिनों के दौरान पूर्वी भारत में तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। अगले 2 दिनों के दौरान पश्चिमी भारत में न्‍यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी।
इन इलाकों में चल सलती है शीत लहर

कुल मिलाकर उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के अधिकांश स्‍थानों में सामान्य न्‍यूनतम तापमान 2 से 6 डिग्री सेल्सियस कम रहेगा और पहले सप्ताह के दौरान देश के शेष भागों में न्‍यूनतम तापमान सामान्य या सामान्य से थोड़ा अधिक रहेगा। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ भागों में पहले सप्ताह के पहले कुछ दिनों में शीत लहर से कड़ाके की ठंड की स्थिति रहेगी। इसके बाद शीत लहर में गिरावट आ सकती है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ भागों में अगले दो दिनों में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है, जिसमें बाद में गिरावट आ सकती है। पहले सप्‍ताह के मुकाबले दूसरे सप्ताह न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि होगी। हालांकि, न्‍यूनतम तापमान उत्‍तर पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 4 डिग्री सेल्सियस कम रहेगा जबकि देश के शेष भागों में तापमान सामान्‍य से थोड़ा अधिक रहेगा।

चक्रवात

दक्षिण अंडमान सागर और इससे सटी दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में दूसरे सप्ताह के पहले कुछ दिनों के दौरान चक्रवात आने की बहुत कम संभावना है।

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