उत्तराखंड में चमोली जल प्रलय में लापता लोगों की तलाश में यूपी शासन की टीम ने उत्तराखंड में डेरा डाल रखा है। टीम सिर्फ कागजी कार्रवाई तक सीमित नहीं है। शासन ने ग्राउंड जीरो पर जाकर अपडेट करने को कहा है। डीएम खीरी शैलेंद्र सिंह ने भी बताया कि हमारी टीम जमीनी स्तर पर काम कर रही है और उत्तराखंड प्रशासन से लगातार समंवय बनाए है।
पिछले रविवार को ही उत्तराखंड में जल प्रलय आया था। सैलाब में खीरी जिले के 33 लोग लापता हो गए थे। इनमें से तीन के शव बरामद हो चुके हैं। 30 लोगों का अता-पता नहीं है। हादसे के दूसरे दिन ही यूपी सरकार ने एक विशेष टीम गठित कर उत्तराखंड भेजी थी। इस टीम में खीरी जिसे से एसडीएम डॉ. अमरेश कुमार भी शामिल हैं। उत्तराखंड गई टीम कई स्तर पर काम कर रही है। पहली तो जिंदा बचे हुए लोगों के बारे में पुख्ता जानकारी, दूसरा लापता लोगों के बारे में अपडेट जुटाना और तीसरा काम यह भी है कि हादसे में मारे गए लोगों के शव बरामद कर उनको भिजवाना। जिससे सरकारी सहायता देने का क्रम भी जारी रहे। रविवार को भी टीम उत्तराखंड में रही। यह टीम शासन और खीरी के डीएम को अपडेट कर रही है।
डीएम खीरी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि उत्तराखंड के चमोली में उप्र सरकार द्वारा गठित टीम ( जिले के एसडीएम भी शामिल) लापता लोगों के संबंध में तपोवन पावर प्रोजेक्ट स्थल ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर जानकारी जुटाने में तत्परता से काम कर रही है। वहां होने वाली हर गतिविधि के संबंध में सभी संबंधित परिवारों को अवगत भी कराया जा रहा। उन्होंने परिवार वालों से भी धीरज बनाए रखने को कहा है।