बदरीनाथ धाम के कपाट मंगलवार को विधि-विधान से ब्रह्म मुहूर्त में खोल दिए गए है. बदरीनाथ धाम के कपाट पुष्य नक्षत्र और वृषभ लग्न के साथ चार बजकर 15 मिनट में खोल दिए गए हैं. इससे पहले सोमवार को शंकराचार्य की पवित्र गद्दी और कुबेर भगवान सहित उद्धव भगवान की चल विग्रह मूर्तियां बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी की अगुवाई में बदरीनाथ धाम पहुंची थी.
इस अवसर पर मंदिर की सजावट देखने लायक थी. मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया था. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मंदिर परिसर को पूरी तरह से सैनिटाइज भी किया गया.
धार्मिक प्रक्रिया
- ब्रह्म मुहूर्त 4:15 बजे बदरीनाथ धाम के कपाट विधि-विधान से खोल दिए गए हैं.
- सुबह पांच बजे बदरीनाथ गर्भगृह से धृत कंबल निकालकर प्रसाद के रूप में वितरित किया गया.
- सुबह नौ बजे भगवान बदरीनाथ का पहला अभिषेक होगा.
- सुबह 11 बजे भगवान बदरीनाथ को बाल भोग और राजभोग लगाया जाएगा.
- रात आठ बजे शयन आरती होगी.