जबलपुर (एजेंसी)। सारंग तोप (155 एमएम) जल्‍द सीमा पर आग के गोले बरसाती नजर आएगी। गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) की पांच सारंग तोपें सैन्य परीक्षणों में सफल रही हैं। इनको प्रशासन जल्द ही सेना के हवाले करेगा। जीसीएफ ने पुरानी सारंग (130 एमएम) को उन्नत बनाकर सैन्य परीक्षण के लिए भेजा था। इस तोप ने एसक्यूएई (ए) की लांग प्रूफ रेंज (एलपीआर) खमरिया में सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी में बेजोड़ प्रदर्शन करके मैदान मार लिया है। अध‍िकारियों के मुताबिक, सैन्य परीक्षण में यह तोप सभी मानकों को पूरा करने में सफल रही है।

तोप ने परीक्षण के दौरान निर्धारित लक्ष्य पर अचूक निशाना साधा। इसके साथ ही सैन्य प्रशासन द्वारा पांच सारंग तोप का निरीक्षण नोट जारी करने का पल जीसीएफ के पन्नों में दर्ज हो गया। कार्यक्रम शुक्रवार देर रात तक चला। पीआरओ संजय श्रीवास्तव ने बताया कि बहुत ही सादे समारोह में कर्नल एके गुप्‍ता, एसक्यूएओ शस्त्रागार जबलपुर ने राजेश चौधरी, महाप्रबंधक जीसीएफ को सारंग तोप का निरीक्षण नोट सौंपा। जीसीएफ के एजीएम आरके सिन्हा ने कहा कि निर्माणी प्रशासन अब सेना को उन्नत सारंग तोप सौंपने को तैयार है।

अपग्रेड करेंगे 300 तोपें

रक्षा मंत्रालय के निर्देश पर सेना के लिए आयुध निर्माणी जीसीएफ और वाहन निर्माणी जबलपुर वीएफजे की ओर से पुरानी सारंग तोपों (130एमएम) को उन्नत बनाया जा रहा है। जीसीएफ और वीएफजे सारंग तोपों को खोलकर उनके बैरल एवं अन्य कलपुर्जे बदलने का काम कर रही हैं। अगले तीन वर्षों में 300 सारंग तोपें उन्नत करके सेना को सौंपी जाएंगी। फ‍िलहाल दोनों निर्माणियां सेना की जरूरत को पूरी करने काम में जुटी हुई हैं। देश की सेना इस तोप को अपने बेड़े में शामिल करने का बेसब्री से इंतजार कर रही है।