लाहौर (एजेंसी)। पाकिस्तान में हाईवे पर तीन बच्चों के सामने फ्रांसीसी महिला से गैंगरेप के एक आरोपी ने रविवार को पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया। घटना के बाद पूरे पाकिस्तान में जगह-जगह प्रदर्शन हुए थे।

पुलिस को की गई शिकायत में पीड़िता ने कहा है कि बुधवार की रात हाईवे पर उसकी कार खराब हो गई थी। वह मदद का इंतजार कर रही थी कि दो बदमाश वहां आए और उन्होंने बच्चों के सामने ही उसके साथ दुष्कर्म किया।

संदिग्ध वकारुल हसन ने क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए) के समक्ष समर्पण कर दिया। उसने पुलिस से कहा कि वह वारदात में शामिल नहीं था। उसके मोबाइल सिम का इस्तेमाल उसका एक रिश्तेदार कर रहा था, जिसका संबंध मुख्य आरोपी आबिद अली से है। वकारुल की मां ने भी उसे निर्दोष बताया। पुलिस ने उसकी डीएनए जांच कराने का फैसला किया है। पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदर समेत अन्य आला अधिकारियों ने शनिवार को कहा था कि आरोपित आबिद अली व वकारुल हसन का पता लगा लिया गया है। उन्होंने दावा किया था कि पीडि़ता के कपड़े से लिए गए नमूने से आबिद के डीएनए का मिलान होता है।

पुलिस के दबाव में झुकी महिला, मुख्य आरोपी को छोड़ा

बताया जाता है कि आबिद, उसके पिता व दो भाइयों को पकड़ लिया गया था, लेकिन महिला ने पुलिस के दवाब में उसे माफी दे दी। इसके बाद आबिद को छोड़ दिया गया। महिला कुछ ही महीनों पहले फ्रांस से लौटी थी और पति के साथ रह रही थी। घटना के बाद लोग लाहौर पुलिस प्रमुख उमर शेख को हटाने के लिए सरकार पर दबाव बना रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता

पत्रकारों और मानवाधिकार रक्षकों, विशेषकर महिलाओं, पाकिस्तान में खतरों पर चिंता जताते हुए, संयुक्त राष्ट्र के एक शीर्ष निकाय ने देश के नेतृत्व को धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के लिए असमान रूप से निंदा करने और विभिन्न प्रकार के विचारों के सम्मान को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया है।