पश्चिमी विक्षोभ के चलते हिमाचल प्रदेश के जनजातीय लाहुल स्पीति और किन्नौर जिले में रूक रूक कर हो रहे हिमपात से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई स्थानों पर भारी हिमपात के चलते राष्ट्रीय राजमार्गों के सम्पर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। वहीं बिजली और पानी की सप्लाई बंद हो गई है। लोग घरों में कैंद हो गए है। इस कारण से मैदानी इलाके में भी ठंड बढ़ गई है।

किन्नौर में राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नाको के पास मलिंग नाले में भूस्खलन होने की सूचना है। बर्फबारी के बाद सड़क पर चट्टानें गिरने के कारण मार्ग आवाजाही के लिए अवरुद्ध हो गया है और सैंकड़ों वाहन फंस गए है। दोनों ओर से गाड़ियों की लगी लंबी कतार लगी हैं।

दूसरी ओर अधिंक ठंड होने के कारण आसपास खाने.पीने का साधन ना होने से वाहनों में फंसे लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। भूस्खलन से जिला लाहुल-स्पीति के काजा उपमंडल समेत किन्नौर के कई गांव का संपर्क सड़क मार्ग से देश से कट गया है। हालांकि बीआरओ की ओर से मार्ग को बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

इधर, सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर करीब एक फुट ताजा हिमपात रिकॉर्ड किया गया है। इसके अलावा नौहराधार और हरिपुरधार की पहाड़ियों पर भी हल्की बर्फबारी हुई है। बर्फबारी होने से समूचा क्षेत्र भी शीतलहर की चपेट में आ गया है।

जिला प्रशासन लाहौल स्पीति ने एडवाजरी जारी की है। राष्ट्रीय राजमार्ग 003 उत्तर पोर्टल से केलांग की ओर अवरूद्ध है। जिला प्रशासन की पूर्व अनुमति के बिला किसी भी वाहन को यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। आपातकालीन स्थिति में अगर यात्रा करने के लिए पुलिस जिला डाईजेस्टर कंट्रोल रूम से संपर्क करना होगा।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटों में प्रदेश के अनेक स्थानों पर बारिश और भारी हिमपात की संभावना है। इस दौरान मैदानी इलाकों में घना कोहरा और ठण्ड का प्रकोप जारी रहेगा। एक दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी हिमपात हो सकता है। 

उन्होंने बताया कि केलांग में सबसे कम न्यूनतम तापमान शून्य से कम 4.5 डिग्री ,कल्पा शून्य से कम 1.6 डिग्री रिकार्ड किया गया। इसके अलावा मंडी जिले के सुंदरनगर में 3.8, कुल्लू के भुंतर में 3.3, मनाली में 2.0, शिमला में 5.6, धर्मशाला 5.2, कुफरी 4.7, डलहौजी 4.0, चंबा 5.4, मंडी 4.1 और सोलन में 6.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

बारिश के बाद दिल्ली में छाया घना कोहरा, न्यूनतम तापमान बढ़ा

राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में सोमवार सुबह घना कोहरा छाया रहा और आसमान में बादल छाए रहने के कारण न्यूनतम तापमान बढ़कर 11.4 डिग्री सेल्सियस हो गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोहरे के कारण दृश्यता कम हो गई। सुबह करीब साढ़े सात बजे सफदरजंग वेधशाला में दृश्यता 50 मीटर तथा पालम में 150 मीटर दर्ज की गई। आईएमडी के अनुसार शून्य से 50 मीटर के बीच दृश्यता होने पर कोहरा ‘बेहद घना , 50 से 200 मीटर के बीच ‘घना, 201 से 500 के मीटर के बीच ‘मध्यम और 501 से 1,000 मीटर के बीच दृश्यता होने पर कोहरे को ‘हल्का माना जाता है।

सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो बीते 22 दिन में सबसे अधिक है। तापमान में वृद्धि आसमान में बाद छाए रहने के कारण हुई है। उत्तरपश्चिमी भारत को प्रभावित करने वाले पश्चिम विक्षोभ के कारण रविवार को यहां तेज बारिश हुई। सफदरजंग वेधशाला में शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर रविवार दोपहर ढाई बजे तक 39.9 मिली बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने कहा कि सोमवार तथा मंगलवार को भी बारिश हो सकती है।

एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ों में बर्फबारी हो रही है। इसके बंद होने के बाद तापमान फिर गिरकर चार से पांच डिग्री सेल्सियस के आसपास आ जाएगा। शुक्रवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस हो गया था जो बीते 15 वर्षों में सबसे कम था। बेहद घने कोहरे के कारण दृश्यता गिरकर ‘शून्य मीटर हो गई थी। इससे पहले आठ जनवरी 2006 को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। राजधानी में अभी तक का सबसे कम तापमान जनवरी 1935 में 0.6 डिग्री से . दर्ज किया गया था।

राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश, न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण राजस्थान के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान कहीं हल्की और कहीं तेज बारिश हुई।मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान सवाई माधोपुर में 43 मिलीमीटर, कोटा में 15.7 मिलीमीटर, बूंदी में 14.7 मिलीमीटर, जयपुर में चार मिलीमीटर बारिश हुई। विभाग के अनुसार राज्य के अधिकतर हिस्सों में रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। राज्य में पिलानी सबसे ठंडा स्थान, जहां न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

जैसलमेर में 7.4 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 9.4 डिग्री, बाड़मेर में 9.8 डिग्री और राज्य के अन्य हिस्सों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के साथ तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया है।

पंजाब, हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक

हरियाणा और पंजाब के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान सामान्य से सात डिग्री अधिक 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

हरियाणा के अंबाला, हिसार और करनाल में न्यूनतम तापमान क्रमश: 11.2 , 9.4 और 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, नारलौल, रोहतक, भिवानी और सिरसा में न्यूनतम तापमान क्रमश: 9.4, 12.6, 6.5 और 10.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब के अमृतसर, लुधियाना और पटियाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री अधिक क्रमश: 11, 13.4 और 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, पठानकोट में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस, आदमपुर में 13.5 डिग्री सेल्सियस, हलवारा में 14.2 डिग्री सेल्सियस, बठिंडा में 5.6 डिग्री सेल्सियस, फरीदकोट में 11.5 डिग्री सेल्सियस और गुरदासपुर में छह डिग्री सेल्सियस रहा। पंजाब में कई स्थानों पर बारिश भी हुई। अमृतसर में 2.2 मिमी, लुधियाना में 1.7 मिमी, पठानकोट में 1.6 मिमी, आदमपुर में 0.8 मिमी और गुरदासपुर में 6.7 मिमी बारिश दर्ज की गई।

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