वाराणसी। कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। बीएचयू में डॉक्टरों और पैरामेडिकल को ख़ास प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके तहत बीएचयू, पैरामेडिकल स्टाफ और तकनीशियन कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर सशक्त करेगा। प्रशिक्षण के लिए विश्वविद्यालय में मॉडल ट्रेनिंग कोर्स तैयार कर रहा है। जिला प्रशासन और बीएचयू ने कोर्स को तैयार करने की जिम्मेदारी चिकित्सा विज्ञान संकाय को दी है।

जिला प्रशासन इस ट्रेनिंग कोर्स को पूरे प्रदेश में लागू करने की पहल करेगा। दरअसल, जिला प्रशासन कोरोना से जंग में इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने के साथ ही मानव संसाधन के लिए मेडिकल कौशल विकास संसाधनों से जुड़े छात्रों और प्रशिक्षकों को दक्ष बनाने पर जोर दे रहा है। इस क्रम में मेडिकल कर्मचारी, नर्स, एंबुलेंस चालक, लैब टेक्नीशियन, वेंटीलेटर -एचएफएनसी सहित अन्य मशीनों को चलाने के लिए तकनीशियन को दो तीन माह के कोर्स में प्रशिक्षित करने की तैयारी है।

नगर निगम की ख़ास पहल

कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों पर खतरे की आशंका को देखते हुए महिलाओं को जागरूक करने की मुहिम शुरू की जाएगी। महापौर मृदला जायसवाल के नेतृत्व में महिला पार्षद छोटे-छोटे समूह बनाकर अभियान को चलाया जाएगीं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अभियान चलाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कैम्प कार्यालय पर कोविड-19 की तीसरी लहर की सम्भावना पर आक्सीजन प्लान्ट, आक्सीजन आपूर्ति व सिलेण्डर्स की उपलब्धता आदि के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की।

बैठक के दौरान दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, ईएसआईसी, एसएसपीजी कबीरचैरा, लालबहादुर शास्त्री अस्पताल, रामनगर तथा बीएचयू इमरजेन्सी तथा पिडीयाट्रिक, महामना कैंसर अस्पताल सहित समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आक्सीजन उपलब्धता सुनिश्चित कराने की व्यवस्था हेतु आक्सीजन पाइप लाईन, प्लेटफार्म, शेड और इलेक्ट्रीक कार्य की अलग-अलग जानकारी ली। दीनदयाल अस्पताल में कार्यरत एक आक्सीजन प्लांट 613 एलपीएम का लगाया जा चुका है।

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