कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दिल्ली में एक किताब के विमोचन के दौरान बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि हमें संविधान की रक्षा करनी है। संविधान को बचाने के लिए हमें अपनी संस्थाओं की रक्षा करनी होगी। लेकिन सारी संस्थाएं आरएसएस के हाथों में है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संस्था के बिना संविधान का कोई अर्थ नहीं है। एक बार मैंने एक भाजपा नेता से पूछा कि क्या वह पुनर्जन्म में विश्वास करते हैं। यदि नहीं.. तो आप राम पर कैसे विश्वास कर सकते हैं? उसके बाद बीजेपी नेता चौंक गए और कहा कि बाहर किसी से नहीं कहिएगा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के इस बयान पर सियासी बवाल मच सकता है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मायावती ने चुनाव ही नहीं लड़ा। हमने मायावती को संदेश दिया कि गठबंधन कीजिए और मुख्यमंत्री बनिए। उन्होंने बात तक नहीं की। जिन लोगों ने अपना खून, पसीना देकर उत्तर प्रदेश में दलितों की आवाज़ को जगाया। आज मायावती कहती हैं कि मैं उस आवाज़ के लिए नहीं लडूंगी। राहुल ने कहा कि देश ने मुझे सिर्फ़ प्यार ही नहीं दिया है बल्कि जिस हिंसा के साथ इस देश ने मुझे मारा-पीटा है, मैंने सोचा कि यह क्यों हो रहा है? और जवाब मिला कि देश मुझे सिखाना चाहता है। देश मुझे कह रहा है कि तुम सिखो, समझो।
राहुल ने कहा कि ऐसे राजनेता हैं जो सत्ता की खोज में हैं। वे हर समय सत्ता प्राप्त करने पर विचार करते हैं … मैं सत्ता के केंद्र में पैदा हुआ था लेकिन ईमानदारी से, मुझे इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। इसके बजाय, मैं देश को समझने की कोशिश करता हूं।