कोरोना का कहर हल्की सी नरमी दिखा रहा है। यद्यपि हेल्थ मिनिस्ट्री ने आगाह किया कि लड़ाई लंबी है और कोताही न की जाय। रोग के फैलाव का रेट (rate )7.4 दिन में दोगुने का है, लेकिन मर्ज से लड़ने की अकेली दवा सामाजिक दूरी ही है, वैक्सीन (vaccine )का इंतिज़ार दुनिया को अब भी है

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, “बीते 24 घंटे में 2400 से ज्यादा लोग स्वस्थ हुए। 36 की मौत हुई है। नए नामले 1553 हैं, जो कल से कुछ कम हैं। कुल मौत की तादाद 559 हो चुकी है। महाराष्ट्र में संक्रमित लोगों की संख्या 4483 हो गई है। दिल्ली 2003 तो तमिलनाडु में 1477 संक्रमित हैं। गुजरात में 1851 जबकि राजस्थान में आंकड़ा 1535 हो गया है।

मामलों का डबलिंग रेट जो लॉकडाउन से पहले 3.7 था। वह बीते 7 दिन में बढ़कर 7.4 हो गया है। ओडिशा और केरल समेत कई राज्यों में इस मामले में सुधार आया है। हम एक संक्रामक रोग से लड़ रहे हैं। एक भी गलती पूरी मेहनत पर पानी फेर देगी।

यहां पर है हालात बेहतर

अग्रवाल के मुताबिक, “23 राज्यों के 59 जिलों में 14 दिनों से कोई केस नहीं आया है। उत्तराखंड का पौड़ी गढ़वाल देश का तीसरा ऐसा जिला बना है, जहां पिछले 28 दिन से कोई केस नहीं मिला है। गोवा के सभी मरीज डिस्चार्ज( discharge) हो गए हैं। हमने पहले भी कहा है कि अगर 100 लोगों को संक्रमण हुआ है तो 80 में लक्षण नहीं दिखते। अगर उनका कभी टेस्ट होता है तो पॉजिटिव आते हैं।” केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया कि उसने कुछ राज्य सरकारों को पत्र लिखकर गाइडलाइंस ( guide line) का सख्ती से पालन करने को कहा है।

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