एसबीआई कार्ड ने ग्राहकों के लिए अलर्ट जारी किया है। एसबीआई कार्ड ने इस अलर्ट के जरिए यूजर्स को चेताया है कि जल्द ही आपके लिए किस तरह से इंटरनेट पर टोल फ्री नंबर चेक करना मुश्किल भरा फैसला हो सकता है। अलर्ट में कहा गया है कि इंटरनेट पर टोल फ्री नंबर या कंज्यूमर केयर नंबर सर्च ना करें। साथ ही एसबीआई कार्ड ने यूजर्स को और भी जानकारी दी है, जिसके अनुसार ही यूजर्स को इंटरनेट का इस्तेमाल करना चाहिए।
एसबीआई ने ग्राहकों को जारी किए गए न्यूज लेटर में बताया है कि टोल फ्री नंबर सर्च करना भारी पड़ सकता है। दरअसल, जब भी आपको बैंक या किसी कार्य के लिए कंज्यूमर केयर की आवश्यकता होती है तो आप सीधे इंटरनेट पर टोल फ्री या कंज्यूमर केयर नंबर सर्च करना शुरू कर देते हैं। इंटरनेट पर मिलने वाले नंबर पर कॉल करके अपनी दिक्कत बता देते हैं, जिससे आपकी दिक्कत और भी ज्यादा बढ़ सकती है। जानते हैं इस बारे में बैंक का क्या कहना है…
एसबीआई का क्या है अलर्ट
एसबीआई की ओर से जारी की गई जानकारी के अनुसार, ‘कभी भी कस्टमर सपोर्ट नंबर पता करने के लिए सर्च इंजन का इस्तेमाल ना करें। इसके लिए हमेशा क्रेडिट कार्ड प्रोवाइडर की आधिकारिक वेबसाइट या आधिकारिक ऐप्लीकेशन पर जाएं और वहां से कोई नंबर प्राप्त करें। आपको वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, सपोर्ट में कॉल करना चाहिए या अपने क्रेडिट कार्ड पर लिखे नंबर पर ही कॉल करना चाहिए।’
साथ ही एसबीआई कार्ड का कहना है, ‘कभी भी OTP, CVV, PIN जैसे निजी जानकारी किसी को भी ना दें। साथ ही एसबीआई कार्ड के प्रतिनिधि कभी भी ऐसी जानकारी नहीं पूछते हैं। याद रखें, कोई भी टोल फ्री नंबर या कस्टमर सपोर्ट नंबर फोन नंबर की तरह दिखाई नहीं देते हैं। यह हमेशा 1800-, 1888-, 1844- आदि से शुरू होते हैं।’ ऐसे में आप भी इंटरनेट पर टोल फ्री ढूंढने की कोशिश करें और टोल फ्री नंबर पता ना होने की स्थिति में आधिकारिक वेबसाइट की मदद लें।
कैसे होता है फ्रॉड ?
दरअसल, आजकल कुछ हैकर्स ज्यादा सर्च किए जाने वाले कीवर्ड पर गलत टोल फ्री नंबर रैंक करवा देते हैं। ऐसी स्थिति में मान लीजिए आपको एसबीआई के कस्टमर केयर से कुछ काम है और इंटरनेट पर यह सर्च करते हैं तो आपको रिजल्ट में एक टोल फ्री नंबर दिखाई देता है, जो कि गलत हो सकता है। जब आप इस नंबर पर कॉल करते हैं तो आपसे कई निजी जानकारी जान लेता है और उसके बाद आपके अकाउंट में सेंध लगा सकता है।