भारत में बीते कुछ दिनों से रिकॉर्ड संख्या सामने आ रहे कोरोना वायरस के मामलों के बीच कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी देखी गई है। कई जगह तो मरीजों ने ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण दम तोड़ दिया है। इस मुश्किल घड़ी में सऊदी अरब ने भारत का साथ दिया है और अब वहां से 80 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन भारत लाई जा रही है। रविवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में महज 24 घंटों के भीतर ही रिकॉर्ड 3,49,691 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि एक दिन में ही 2,767 मरीजों की मौत हो गई है।

अब भारत में कुल मामलों की संख्या 1,69,60,172 हो गई है, जबकि मृतकों की कुल संख्या 1,92,311 है। अडानी समूह और लिंदे कंपनी के सहयोग से ये ऑक्सीजन जहाज से भारत के लिए रवाना हो चुकी है। रियाध में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर बताया है, ‘भारत की जरूरत के मद्देनजर 80 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन भेजने में अडानी समूह और मेसर्स लिंडे के बीच सहयोग से भारतीय दूतावास को गर्व है। सऊदी अरब के स्वस्थ्य मंत्रालय को उनकी मदद, सहयोग और सहायता के लिए हार्दिक धन्यवाद।’

गौतम अडानी ने कहा धन्यवाद

अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने ट्वीट कर कहा है, ‘धन्यवाद भारतीय दूतावास, शब्दों से ज्यादा काम बोलता है। हम अभी दुनियाभर से ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुरक्षित करने के एक जरूरी मिशन पर हैं। यह 80 टन लिक्विड ऑक्सीजन वाली 4 आईएसओ क्रायोजेनिक टैंक्स की पहली शिपमेंट है, जो अभी दम्माम से मुंद्रा जा रही है।’ भारत ऑक्सीजन की कमी से निपटने के लिए ‘ऑक्सीजन मैत्री’ चला जा रहा है। जिसके तहत कई देशों से ऑक्सीजन कंटेनर और सिलेंडर खरीदे जा रहे हैं।

सिंगापुर से भी आई ऑक्सीजन

भारतीय वायु सेना ने शनिवार को सिंगापुर से ऑक्सीजन लेने के लिए चार क्रायोजेनिक टैंक का इस्तेमाल किया है। ऑक्सीजन कंटेनर भारतीय वायुसेना के सी17 विमान से सिंगापुर से लाए गए हैं। इस संबंध में गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया है, ‘सिंगापुर से लाई गई लिक्विड ओ2 ऑक्सीजन के भंडारण के साथ विमान 4 क्रायोजेनिक कंटेनर के साथ पश्चिम बंगाल के पारागढ़ एयरबेस पर उतरा है।’ इसके साथ ही वायु सेना देशभर के कोविड अस्पतालों में जरूरी दवाएं भी पहुंचा रही है।

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