पटना | बिहार चुनाव में चल रही मतगणना के बीच आरजेडी ने प्रशासन और जेडीयू पर बड़ा आरोप लगाया। आरजेडी का कहना है कि चुनाव के नतीजों में गड़बड़ी की गई है। आरजेडी ने ट्वीट कर कहा कि 119 सीट जीतने के बाद टीवी पर 109 दिखाया जा रहा है। नीतीश कुमार सभी अधिकारियों को फ़ोन कर धांधली करवा रहे हैं। फाइनल रिजल्ट आने और बधाई देने के बाद अब अधिकारी अचानक कह रहे हैं कि आप हार गए हैं।
आरजेडी ने ट्वीट के साथ 119 सीटों की लिस्ट भी जारी की है। पार्टी का कहना है कि ये उन 119 सीटों की सूची है, जहां गिनती पूरी होने के बाद महागठबंधन के उम्मीदवार जीत चुके हैं। रिटर्निंग ऑफ़िसर ने उन्हें जीत की बधाई दी, लेकिन अब सर्टिफिकेट नहीं दे रहे हैं और कह रहे हैं कि आप हार गए। ECI की वेबसाइट पर भी इन्हें जीता हुआ दिखाया गया। जनतंत्र में ऐसी लूट नहीं चलेगी।
ये उन 119 सीटों की सूची है जहाँ गिनती संपूर्ण होने के बाद महागठबंधन के उम्मीदवार जीत चुके है। रिटर्निंग ऑफ़िसर ने उन्हें जीत की बधाई दी लेकिन अब सर्टिफ़िकेट नहीं दे रहे है कह रहे है कि आप हार गए है। ECI की वेबसाइट पर भी इन्हें जीता हुआ दिखाया गया। जनतंत्र में ऐसी लूट नहीं चलेगी। pic.twitter.com/puUvIagyDz
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 10, 2020
एक अन्य ट्वीट में लिखा गया है, ”नीतीश कुमार, सुशील मोदी इत्यादि मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में बैठ सभी जिलाधिकारियों पर दबाव बना सख़्त निर्देश जारी करवा रहे हैं कि महागठबंधन को कैसे भी 105-110 सीटों पर रोको। किसी भी परिस्थिति में हम जनमत की लूट नहीं होने देंगे।”
आरजेडी नेता मनोज झा ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि नतीजा बदल रहा है महाराजगंज, त्रिवेणीगंज, कटिहार समेत कई ऐसी जगह पर सर्टिफिकेट नहीं दिया जा रहा है और टालमटोल किया जा रहा है। नीतीशजी आप मुख्यमंत्री चंद घंटों के लिए हैं और अपने सिर पर और कलंक मत पोतिए। उन्होंने आगे कहा, ”मैं प्रशासन से कहना चाहता हूं कि आप निष्पक्ष तरीके से अपना काम कीजिए। जीत हमारी ही होगी, आप कितना भी विलंब कर लें। मैं यही आग्रह करूंगा कि प्रशासन के तमाम लोग इस बात को समझें। चेतावनी देना हमारा काम नहीं है। प्रशासन से हम अपील कर रहे हैं कि निष्पक्ष काम करें।” मनोज झा ने कहा कि करीब 10 सीटों पर प्रशासन गिनती में देरी कर रहा है। नीतीश कुमार अब बस कुछ घंटों के लिए मुख्यमंत्री हैं, इसलिए प्रशासन का इस्तेमाल कर ज्यादती न की जाए।