नई दिल्ली। भारतीय रेलवे पहला वातानूकूलित (एसी) थ्री-टियर किफायती श्रेणी (इकॉनमी क्लास) कोच सामने लेकर आई है, जिसे रेल मंत्रालय ने ‘दुनिया की सबसे सस्ती और सबसे बेहतरीन एसी यात्रा’ बताया है। अधिकारियों ने बताया कि ये डिब्बे किफायती और ये मौजूदा एसी थ्री-टियर और गैर एसी स्लीपर कोच के डिब्बों के बीच के होंगे।
इसे रेल कोच फैक्टरी (आरसीएफ) कपूरथला ने आगामी ट्रायल के लिए लखनऊ के अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (RDSO) के पास भेजा है। इस कोच की कल्पना आरसीएफ ने तैयार की और इसके डिजाइन पर अक्टूबर 2020 से लगातार काम हुआ। इस नए कोच में ज्यादा यात्री सफर कर सकते हैं, क्योंकि इसमें बर्थ की संख्या बढ़ाकर 72 से 83 की गई है।
मंत्रालय ने एक बयान में बताया है कि इस डिजाइन में कई बदलाव किया गया है। प्रत्येक कोच में दिव्यांग लोगों की सुगमता के हिसाब से शौचालय का दरवाजा तैयार किया गया है। डिजाइन में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई तरह के सुधार किए गए हैं। पहले की तुलना में अब हर बर्थ पर एसी डक्ट लगा रहेगा, जहां से ठंडी हवा आती है।
हर बर्थ पर लगी है प्राइवेट लाइट
इन कोचों की हर बर्थ पर ‘प्राइवेट’ लाइट लगाई गई है, जिससे यात्री अब आराम से पढ़ सकते हैं और मोबाइल चार्जिंग प्वांइट भी प्रत्येक बर्थ पर दिया गया है। वहीं, नई कोच में नई डिजाइन की सीढ़ियां भी लगाई गई हैं, जोकि पहले वाली से काफी बढ़िया दिखाई देती हैं।
मिडल और अपर बर्थ के बीच में हेडरूम में भी ज्यादा जगह दी गई है। आरसीएफ वर्तमान और अगले वित्त वर्ष के दौरान 248 ऐसे कोचों को बनाने की योजना बना रहा है।