नई दिल्ली। फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद पर बनाए गए कार्टून के बाद हुई हत्याओं को लेकर शुरू बहस पर रूस ने भी पहली बार प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अब रूस में क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा है, चार्ली हेब्दो जैसी व्यंग्य पत्रिका रूस में नहीं चल सकती।
इस दौरान पेसकोव ने 16 अक्टूबर को हुई फ्रांसीसी शिक्षक सैमुएल पैटी की हत्या को भी ‘भयानक त्रासदी’ बताया।उन्होंने ये सब बातें एक स्थानीय रेडियो स्टेशन से बातचीत के दौरान कहीं।
उन्होंने आगे कहा, प्रत्येक धर्म एक-दूसरे का पूर्ण सम्मान करते हैं।सभी यहां साथ मिल कर रहते हैं, इस वजह से रूस में चार्ली हेब्दो जैसा प्रकाशन संभव नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि पैगंबर मोहम्मद का कार्टून स्वीकार्य है तो उन्होंने जवाब नहीं दिया.
इस्लाम में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून या चित्र को गलत मानते हैं। पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छापने पर 2015 में भी पेरिस में चार्ली हेब्दो के मुख्यालय को एक आतंकवादी हमले में निशाना बनाया गया था। अब सैमुअल पैटी की मौत के बाद एक बार फिर बहस छिड़ गई है।
शिक्षक पैटी ने क्लास में पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाया था। इसके बाद चेचन मूल के युवा द्वारा शिक्षक को मार दिया गया। इसके कुछ दिनों बाद, फ्रांसीसी शहर नीस में एक चर्च में हुए हमले में एक महिला सहित तीन की हत्या कर दी गई। शनिवार 31 अक्टूबर को ल्योन में एक यूनानी पादरी को गोली मार दी गई। इन घटनाओं के बाद बहस छिड़ गई है। राजनीतिक प्रतिक्रियाओं ने दुनिया भर में विशेष रूप से मुस्लिम देशों में जनता को उद्वेलित किया है