डॉक्टर्स पर लगाया लापरवाही का आरोप, प्रधानमंत्री से की जांच की मांग

वाराणसी। बीएचयू के आईसीयू में हुई लापरवाही से मौत के मामले में सियासतदानों की एंट्री शुरू हो गई है। जी हां! दरअसल सर सुंदरलाल अस्पताल के आईसीयू में डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज को बिना जरुरत ही प्लाज्मा चढ़ा दिया गया, जिसके बाद बीती रात को मरीज की हालत गंभीर होने के बाद उसकी मौत हो गई। जिस पर मरीज के परिजनों ने हंगामा कर दिया और शव को लेने से इंकार भी कर दिया। वहीं मृतक मरीज के परिवार से मिलने रविवार को पूर्व विधायक अजय राय भी बीएचयू पहुंचे और परिजनों से मिलकर अपना शोक व्यक्त किया।

बीएचयू प्रशासन को आड़े हाथों लिया

मौके पर बीएचयू पहुँचे पूर्व विधायक अजय राय ने बीएचयू प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा की यह तथाकथित एम्स के हालात हैं। लगातार बीएचयू की लापरवाही सामने आ रही है। आज लापरवाही दुर्व्यव्यवस्था के चपेट में आने से रमेश सिंह की मृत्यु हो गयी।

पीएम से जोड़ते हुए कसा तंज

अजय राय ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र काशी आज स्वास्थ सुविधाओं को लेकर शून्य है। जनप्रतिनिधियों की उदासीनता जनता के सामने है। कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या जनप्रतिनिधि अपने कर्तव्य को नहीं समझ रहे हैं। लगातार जनता को परेशानियों का सामना कर पड़ रहा है और आय दिन लोगों की जान जा रही है।

प्रधानमंत्री से की ये मांग

अजय राय ने कहा कि इस प्रकरण की जितनी निंदा की जाए कम है। तत्काल प्रभाव से स्थानीय सांसद प्रधानमंत्री मोदी इस प्रकरण को अपने संज्ञान में ले व अपने संसदीय क्षेत्र की चिकित्सा अव्यवस्था को स्वीकार करते हुए जाँच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करें।

क्या है ये पूरा मामला

65 वर्षीय रमेश सिंह को परिजनों ने 25 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां आईसीयू में बेड नंबर 4 पर उनका इलाज चल रहा था। मरीज के बेटे अजय सिंह के मुताबिक उनके पिताजी की सेहत में सुधार हो रहा था और डॉक्टरो ने उन्हें वार्ड में शिफ्ट करने को कहा था। लेकिन 2 अप्रैल को जब वह आईसीयू में पिताजी को देखने गए तो वहां उनको प्लाज्मा चढ़ाया जा रहा था, जबकि उन्हें प्लाज्मा चढ़ाना ही नहीं था।

एमएस से की गई शिकायत में अजय ने बताया कि बेड नंबर 4 पर भर्ती उनके पिता को बेड नंबर 13 पर भर्ती मरीज के ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव का प्लाज्मा चढ़ा दिया गया। इसके बाद पिता की तबीयत बिगड़ने लगी। पूछने के बावजूद आईसीयू में तैनात चिकित्सकों, कर्मचारियों ने कोई जानकारी नहीं दी। इसके बाद बीती रात डॉक्टरों ने बताया कि रमेश की मौत हो गई, जिसपर परिजनों ने शव को लेने से इंकार कर दिया।

जांच कमेटी हुई गठित, 3 दिन में सौंपेगी रिपोर्ट

वहीं इस पूरे मामले की जांच के लिए शिकायत पर अस्पताल के एमएस ने जांच कमेटी का गठन कर दिया है। पीआरओ के माध्यम से एमएस ने बताया कि शिकायत में कहा गया है कि मरीज को प्लाज्मा दिया गया, जबकि मरीज के परिजनों को ऐसी किसी आवश्यकता से अवगत नहीं कराया गया। जांच कमेटी 72 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here