हमें फिर से लॉकडाउन की ओर नहीं जाना है। अत: सावधान रहें। इससे गरीबों की रोजी-रोटी, व्यापारियों का काम-धंधा सब ठप्प हो जाता है। इसलिए लॉकडाउन की नौबत नहीं आने देना है। इसीलिए टीका लगवाना जरूरी है। रोज देश में इतनी बड़ी संख्या में वैक्सीन लग रही हैं, फिर भी कुछ लोगों को लगता है कि टीकाकरण हो ही नहीं रहा, तो इसका कोई इलाज नहीं किया जा सकता। अज्ञानता को समाप्त करने के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है।
यह बातें शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल में काटजू अस्पताल के 200 बिस्तरीय डेडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल का लोकार्पण करते हुए कही।
गौरतलब है कि, देश में कोरोना वैक्सीन पर अभी सियासत जारी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वैक्सीन को लेकर ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ”जुलाई आ गई लेकिन वैक्सीन नहीं आई” राहुल के इस ट्वीट के बाद बीजेपी नेताओं ने भी उनपर पलटवार किया।
सीएम शिवराज के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी राहुल गांधी पर पलटवार किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता हर्षवर्धन ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि ”अहंकार और अज्ञानता के वायरस का कोई टीका नहीं है। अभी कल ही मैंने जुलाई के लिए टीके की उपलब्धता को लेकर तथ्य सामने रखे थे। राहुल गांधी जी की समस्या क्या है? क्या वह समझते नहीं हैं? अहंकार और अज्ञानता के वायरस का कोई टीका नहीं है। कांग्रेस को अपने नेतृत्व में आमूल-चूल बदलाव के बारे में विचार करने की जरूरत है।”
कांग्रेस का कहना है कि इस साल दिसंबर तक देश के सभी वयस्क नागरिकों को टीका लगाने का जो लक्ष्य रखा है उसे पूरा करने के लिए उचित संख्या में टीकाकरण नहीं हो रहा है क्योंकि टीके की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है।
तो इसके उलट केंद्र सरकार ने गुरुवार को सुबह सात बजे प्रकाशित स्वास्थ्य मंत्रालय के टीकाकरण आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत कल तक टीके की 33.57 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी थीं। यही वजह है कि केंद्र सरकार और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच वैक्सीनेशन को लेकर जमकर सियासत हो रही है।
बता दें कि राहुल गांधी के लगातार सरकार पर कोरोना वैक्सीन को लेकर निशाना साध रहे हैं। इससे पहले भी वह कई बार वैक्सीनेशन के मुद्दे पर ट्वीट कर चुके हैं। पीएम मोदी ने जब मन की बात में वैक्सीन पर बात की थी तब भी राहुल ने ट्वीट कर सरकार को निशाना बनाया था।