नई दिल्ली (एजेंसी)। देश भर में रविवार को पोलियो राष्ट्रीय उन्मूलन दिवस के अवसर पर पांच वर्ष से कम उम्र के करीब 89 लाख बच्चों को पोलियो रोधी बूंदें पिलाई गईं। राष्ट्रीय पोलियो टीकाकरण दिवस को ‘पोलियो रविवार के नाम से भी जाना जाता है। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी। टीकाकरण अभियान करीब सात लाख केंद्रों पर चलाया गया जहां टीके की खुराक देने वाले 12 लाख कर्मचारी और करीब 1.8 लाख पर्यवेक्षक मौजूद रहे।
मंत्रालय ने कहा, केंद्र पर पोलियो रोधी दवा पिलाने के बाद अब अगले दो से पांच दिनों तक घर-घर जाकर ऐसे बच्चों की पहचान की जाएगी जिन्होंने केंद्रों पर ये दवा नहीं पी हैं, उन्हें पोलियो की दवा पिलाई जाएंगी। टीकाकरण टीम को बस टर्मिनल, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों पर भी तैनात किया गया है ताकि यात्रा करने वाले बच्चे इस जीवन रक्षक दवा से वंचित नहीं रह जाएं।
मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए सुरक्षा के सभी उपाय अपनाए गए जैसे केंद्रों पर भीड़भाड़ को रोकना, दो मीटर की दूरी बनाए रखना, मास्क पहनना, हाथ धोना और साफ-सुथरे माहौल में पोलियो रोधी दवा पिलाना।
राष्ट्रीय पोलियो उन्मूलन दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा था, भारत में जन स्वास्थ्य के इतिहास में दस वर्षों तक पोलियो मुक्त दर्जा बनाए रखना बहुत प्रशंसनीय कार्य है। भारत एक दशक से पोलियो मुक्त है और पोलियो वायरस का अंतिम मामला 13 जनवरी 2011 को सामने आया था।